...आखिर ऐसा क्या हुआ की रिपब्लिक डे पर बिहार के गांधी मैदान में राज्यपाल फागू चौहान के निकले आंसू तो...

Update: 2020-01-26 10:34 GMT

पटना। क्या आपने कभी सोचा है कि दुख में निकलने वाले आंसू खुशी में भी क्यों बरसने लगते हैं। ऐसा क्या होता है कि ज्यादा खुशी या भावुकता में हम आंसू टपकाने लगते हैं। जब भी आखों में आंसू आती है लोगों के दिल को झंकझोर कर रख देती है कोई लाख आंसू को छुपाने की कोशिश करे लेकिन ये छुपने को तैयार नही होती है। ऐसा ही वाक्य गणतंत्र दिवस के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में देखने को मिला जहां राज्यपाल फागू चौहान ने झंडोत्तोलन किया और परेड की सलामी ली. इस दौरान ऐसा भावुक क्षण भी आया जब एक शहीद की मां अपने बेटे को मरणोपरांत मिले सेना मेडल को लेने पहुंची।

जैसे ही खगड़िया के रहने वाले शहीद किशोर कुमार मुन्ना की मां तुलो देवी राज्यपाल फागू चौहान के निकट पहुंचीं तो आंखों में आंसू लिए वह राज्यपाल के कदमों पर गिर पड़ीं. इस भावुक पल के दौरान राज्यपाल भी भावुक हो गए और अपने आंसू पोछते नजर आए। इस दौरान राज्यपाल ने शहीद की मां को उठाया और उन्हें सेना मेडल के साथ राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला प्रशस्ति पत्र और राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली राशि का चेक सौंपा।



खगड़िया निवासी आर्मी जवान किशोर कुमार मुन्ना 4 फरवरी को पुंछ बॉर्डर पर पाकिस्तानी फौज के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्‍हें पुंछ स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 24 वर्षीय जवान किशोर कुमार मुन्ना आखिरकार जिन्दगी देश के नाम न्योछावर कर दी. वह पाकिस्तानियों से तो जीत गए, लेकिन मौत की जंग हार गए।

खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ब्रह्मा गांव के किसान नागेश्वर प्रसाद यादव को पुत्र किशोर कुमार मुन्ना के शहीद होने होने की खबर मिली. पूरे ब्रह्मा गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया था. शहीद के पिता नागेश्वर प्रसाद यादव ने बताया कि वर्ष 2013 में उनका छोटा बेटा किशोर कुमार मुन्ना की बहाली आर्मी में हुई थी. जून 2018 में शहीद किशोर कुमार मुन्ना का ट्रांसफर कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुआ था। 


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