JDU नेताओं ने कही पूर्व सीएम मांझी को लेकर ये बात...

Update: 2019-08-10 09:43 GMT

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने शनिवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी आने वाला बिहा विधानसभा चुनाव महागठबंधन के साथ नहीं, अकेले लड़ेगी. जाहिर है ये विरोधी दलों के अलायंस में बड़ी फूट है.

हालांकि मांझी कहते हैं कि उन्होंने अपनी पार्टी को बचाने के लिए ऐसा फैसला लिया है. लेकिन, बिहार की सियासी गलियारों में ये चर्चा जोरों पर है कि वे एनडीए का हिस्सा होने जा रहे हैं. जाहिर है इसको लेकर सवाल जेडीयू से भी पूछे जा रहे हैं कि मांझी को लेकर एनडीए में क्या संभावनाएं हैं.

इस मुद्दे पर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने मांझी के लिए दरवाजा खोलने की बात पर कहा, कौन कहां है? क्या कर रहा है? इससे हमें कोई मतलब नहीं. हमारा दरवाज़ा न खुला हुआ है और न ही बंद है. हमारा अपना एजेंडा है, दूसरा कोई क्या कर रहा है, इससे हमें कोई मतलब नहीं. 

वहीं, जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा, जीतन राम मांझी के साथ सबसे बड़ा न्याय नीतीश कुमार ने ही किया है. कोई मुसहर भी बिहार का सीएम हो सकता है यह कल्पना से बाहर बात थी. लेकिन, यह गांधी जी की यह कल्पना थी. इसको नीतीश कुमार ने साकार किया, लेकिन वहाँ भी उनकी पारी लंबी नहीं हो सकी. केसी त्यागी ने मांझी की वापसी पर कहा, पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार इस पर फ़ैसला करेंगे. उनके साथ कैसे अनुभव हैं? क्या है मांझी की उपयोगिता क्या है? इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही लेंगे.

गौरतलब है कि शनिवार को जीतन राम मांझी ने इस बात का ऐलान किया कि उनकी पार्टी 2020 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को बचाने का सवाल है इसलिए ये फैसला लेना पड़ा है. उन्होंने कांशी राम की राह पर राजनीति करने की बात कही और बोले कि महागठबंधन में किसी तरह का समन्वय नहीं बचा है. वहीं, आरजेडी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जिसे रहना है रहें, जिसे जाना है जाएं.

Tags:    

Similar News