जेपी नड्डा के बीजेपी अध्यक्ष बनने से बिहार के बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी खुशी, जानिए नड्डा का बिहार कनेक्शन?
दरअसल, जेपी नड्डा भले ही हिमाचल के रहने वाले हो लेकिन उनकी उनका बचपन, युवावस्था और पढ़ाई लिखाई बिहार में ही हुई । बिहार के रस्मों रिवाज, संस्कृति से इस तरह से जुड़े हुए हैं जिस तरह से बिहार में रहने वाला एक बिहारी जुड़ा हुआ है।;
शिवानंद गिरी
बिहार का बेटा इस बार बन गया है भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष! भले ही आपको यह अटपटा लग रहा हो लेकिन नवनिर्वाचित अध्यक्ष अपने मुंह से यही कहते हैं जो हम कह रहे हैं ।यह कोई जुमला नहीं है बल्कि हकीकत भी है। नड्डा के अध्यक्ष बनने से बिहार के बीजेपी के कार्यकर्ताओं में काफी खुशी देखी जा रही है। देखिये नड्डा का बिहार कनेक्शन!
दरअसल, जेपी नड्डा भले ही हिमाचल के रहने वाले हो लेकिन उनकी उनका बचपन, युवावस्था और पढ़ाई लिखाई बिहार में ही हुई । बिहार के रस्मों रिवाज, संस्कृति से इस तरह से जुड़े हुए हैं जिस तरह से बिहार में रहने वाला एक बिहारी जुड़ा हुआ है।
विश्व की सबसे बड़ी पार्टी में साधारण कार्यकर्ता से हाई-प्रोफाइल नेता बनने का उनका सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है. वह जेपी मूवमेंट से निकले नेता हैं अपने को खांटी बिहारी ही मानते.हैं।
हिमाचल प्रदेश के ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले जेपी नड्डा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 2 दिसंबर 1960 को हुआ था.जेपी नड्डा के पिता एनएल नड्डा पटना विवि में काॅमर्स विभाग में शिक्षक थे जो बाद में हेड ऑफ द डिपार्टमेंट और प्रिंसिपल भी हुए. उन्होने पटना के ही सेंट जेवियर स्कूल और राममोहन राय सेमिनरी में स्कूली शिक्षा ली.सेंट जेवियर स्कूल से मैट्रिक पास करने के बाद पटना काॅलेज में इंटर में नामांकन कराया. 1980 के दशक में यहीं से ग्रेजुएट हुए. इसी क्रम में वे 16 साल की उम्र में जेपी आंदोलन से जुड़ गए . इसके बाद सीधे छात्र राजनीति से जुड़ गए.लेकिन 1980 के आसपास पिता के सेवानिवृति के बाद पूरे परिवार के साथ जेपी नड्डा भी हिमाचल चले गए.
बिहार की राजनीतक गतिविधियों में सक्रिय रहनेवाले जेपी नड्डा वहाँ काफी सक्रिय हो गये और उन्हें हिमाचल में विद्यार्थी परिषद का प्रचारक बनाकर भेजा गया. अपनी कर्मठ्ता के कारण छात्रों के बीच नड्डा काफी लोकप्रिय हो गये लिहाजा उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार एबीवीपी ने जीत दर्ज की।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के साथ नड्डा के अच्छे रिश्ते के कारण उन्हें पार्टी में कई महत्वपूर्ण पद और मंत्री भी बनाया गया। अब देखना यह महत्वपूर्ण है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जेपी नोएडा के नेतृत्व में क्या प्रदर्शन कर पाती है।