प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के गांधी मैदान में पहुंचकर मंच पर संबोधन शुरू किया. पीएम ने बिहार के शहीदों को प्रणाम करते हुए भाषण की शुरुआत की. उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तारीफ. मैं गांधी शांति पुरस्कार के लिए बिहार के बिंदेश्वरी पाठक को नमन करता हूं, उन्होंने बापू के स्वच्छता का संदेश आगे बढ़ाया.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सेना जब देश के अंदर और सीमापार आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं तो कुछ लोग ऐसा काम कर रहे हैं, जिससे पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर तालियां बज रही हैं. और हमारे देश के नेता यह सुनकर खुश होते है.
पीएम मोदी ने कहा कि अटलजी की सरकार में शुरू किए गए कामों की गति कांग्रेस के नेतृत्व में आई सरकार के बाद कम कर दी गई थी. नीतीशजी तो खुद इसके गवाह हैं. महामिलावट के घटक खुद अपने स्वार्थ के लिए जीते, उन्हें देश की कोई परवाह नहीं है. अगर देश में महामिलावट की सरकार होती तो ना ही गरीबों के लिए काम होता, ना ही विकास होता. इनकी प्रवृति अपना विकास करने की है न कि जनता के हित की बात करने का.
उन्होंने कहा कि मुझे यह देख कर खुशी होती है कि नीतीश बाबू जैसे कर्मठ व्यक्ति ने बिहार को कैसे पुराने दौर से निकाला है. नीतीश और सुशीलजी की जोड़ी सहित पूरे एनडीए ने इसके लिए बेहतरीन काम किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि चारे के नाम पर क्या-क्या हुआ है, यह बिहार के लोग बहुत अच्छी तरह से जानते हैं. अब बिचौलिए से मुक्त करने वाली योजना एनडीए सरकार ने आपके चौकीदार ने शुरू की है.देश पर बुरी नजर करने वालों के सामने आपका ये चौकीदार दीवार बनकर खड़ा है. देश के वंचित, शोषित और मध्यम वर्ग के हित में जितने भी फैसले लिए जाने हैं, वो डंके की चोट पर लिए जा रहे हैं और आगे भी लिए जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि पटना रेलवे जंक्शन को नए रंग-रूप में आप सभी देख रहे हैं. सड़क और रेल के साथ-साथ हवाई यात्रा को सुगम और सस्ता बनाया जा रहा है. पटना एयरपोर्ट को विस्तार दिया और आधुनिक बनाया जा रहा है. गंगा के माध्यम से बिहार को देश के इलाकों से जोड़ने का काम चल रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में उद्योंगो को फिर से शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. हमारे किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना जमीन पर उतर गई है. इसका लाभ बिहार के लगभग 1.5 करोड़ किसानों सहित देश के लगभग 12 करोड़ किसानों को होगा.