पटना में लूटा गया था 5 करोड़ रूपये का सोना, पुलिस ने किया तीन लूटेरों को गिरफ्तार

Update: 2019-07-01 13:40 GMT

पटनाः राजधानी पटना के पंचवटी रत्नालय से लूटे गये 5 करोड़ रुपये के सोने के मामले में पुलिस को आंशिक सफलता हाथ लगी है. पुलिस में तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक करोड़ का सोना समेत चांदी के आभूषण और 6 लाख रुपये कैश भी बरामद किया है. लूटकांड का सरगना रवि गुप्ता उर्फ रवि पेसेंट उर्फ नेताजी निकला. रवि गुप्ता ने झारखंड में भी कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है.

पटना में पांच करोड सोना लूट कांड मामले में पुलिस को आंशिक सफलता हाथ लगी है. घटनाक्रम में शामिल 10 में से तीन डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना का सूत्रधार रवि पेशेंट उर्फ मास्टर जी पुलिस के हत्थे चढ गया है. इस बात का खुलाशा एडीजी मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने किया है. सोमवार को पटना पुलिस की सफलता की जानकारी जीतेन्द्र कुमार ने दी. जितेन्द्र कुमार ने कहा कि घटना के बाद ही पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया.

एसआईटी की पहली जांच में ये बात सामने आ गयी कि घटना का मास्टरमाईंड आलमगंज, सादिकपुर मछुआटोली का रहनेवाला रवि गुप्ता है. रवि गुप्ता कुख्यात अपराधी है. उस पर पटना और आसपास के इलाकों में 20 से ज्यादा लूट हत्याकांड के मामले दर्ज हैं. रवि गुप्ता की खासबात ये है कि वो कई नामों से अपने इलाके और अपने सर्किल में जाना जाता है. रवि गुप्ता, रवि पेसेंट उर्फ, नेताजी उर्फ मास्टर जी के नाम से क्राईम की दुनिया में जाना जाता है. रवि गुप्ता ने झारखंड के बोकारो और चतरा में भी लूट की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने सबसे पहले रवि को उठाया तो पूरे मामले की गुत्थी सुलझती चली गयी.

रवि की निशानदेही पर अपराधी विकास कुमार माली को भी गिरफ्तार किया गया. विकास माली पर अपराध के 11 मामले दर्ज हैं. विकास के साथ पुलिस ने सीपू कुमार को भी गिरफ्तार किया. विकास माली गायघाट आलमगंज का रहनेवाला है जबकि सीपु कुमार दीघा का रहनेवाला है. पुलिस ने इन अपराधियों के पास से एक करोड मूल्य के सवा तीन करोड सोना बरामद किया है. साथ ही सवाल किलो चांदी, 300 ग्राम अन्य रत्न, 6 लाख 30 हजार कैस बरामद किये हैं. पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल की गयी एक बाईक तीन देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. घटना में कुल 10 अपराधी शामिल थे. जिसमें से अन्य 7 की पहचान हो चुकी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है.

पुलिस मुख्यालय ने घटना के उद्भेदन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का भी फैसला लिया है. पुलिस काण्ड के उद्भेदन को अपनी बडी सफलता मान रही है लेकिन बडा सवाल अभी भी लूट के 4 करोड मूल्य के आभूषण, 6 करोड कैस के बरामदगी के साथ फरार 7 अपराधियो की गिरफ्तारी को लेकर है. जबतक इन तमाम बिंदुओं के सवाल का जवाब नहीं मिल जाता पुलिस की सफलता अधूरी ही कही जाएगी.    

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