'जेल का फाटक टूटेगा, जॉर्ज हमारा छूटेगा' का नारा देने वाली सुषमा का बिहार से रहा है गहरा नाता
आपातकाल के समय में सुषमा ने बिहार के मुजफ्फरपुर में तब के फायरब्रांड नेता जॉर्ज फर्नाडिस के लिए ऐतिहासिक चुनाव प्रचार किया था।;
शिवानन्द गिरि
पटना - सुषमा स्वराज का बिहार से भी गहरा नाता रहा है। वो अक्सर पार्टी के कामों से बिहार आया करती थी।उनके निधन से पूरे देश के साथ -साथ बिहार में भी शोक की लहर है। बिहार में चुनावी प्रचार की बात की जाय तो वो 1967 के आपातकाल के दौरान मुज़फ़्फ़रपुर मे जॉर्ज के लिए काफी प्रचार की। नुक्कङ सभाओं में उनका दिया गया नारा काफी लोकप्रिय हुआ था। आपातकाल के उस दौर में उनका जॉर्ज फर्नांडिस के लिए
ऐतिहासिक चुनाव प्रचार और हाथ उठाए हथकड़ी वाला जॉर्ज का कटआउट। तब सुषमा का नारा 'जेल का फाटक टूटेगा, जॉर्ज हमारा छूटेगा' आम जनता के दिलों दिमाग मे बस गया था।
सुषमा के इस प्रचार के बारे में चर्चा करते हुए जॉर्ज के करीबी रहे डॉ. हरेंद्र बतातें है कि जॉर्ज के चुनाव प्रचार के लिए पहुंची मुजफ्फरपुर पहुचीं सुषमा आपातकाल के उस काला दौर मे भी काफी मेहनत की।जॉर्ज और उनके साथियों को जून 1976 में गिरफ्तार कर लिया गया था। जेल में रहते जॉर्ज ने चुनाव लड़ा और जीते भी। उनकी चुनावी नैया पार कराने के लिए सुषमा स्वराज पहुंचीं। सुबह से देर शाम तक बिना किसी ताम-झाम के लगातार नुक्कड़ सभाएं करतीं। यह चुनाव का वह दौर था, जब मुजफ्फरपुर के लोगों ने परिवर्तन की लहर देखी।
लोगों की जुबान पर छा गया सुषमा का वो नारा
1977 के लोकसभा चुनाव में जॉर्ज ने जेल से ही नामांकन किया। उनका यहां कोई परिवार या रिश्तेदार नहीं था। सुषमा स्वराज उस समय दिल्ली कोर्ट में अधिवक्ता थीं। जॉर्ज के चुनाव प्रचार के लिए मुजफ्फरपुर पहुंचीं। सुषमा सभा में नारा लगाती थीं, 'जेल का फाटक टूटेगा, जॉर्ज हमारा छूटेगा।' यह नारा आम लोगों की जुबान पर छा गया।
जॉर्ज का हथकड़ी वाला कटआउट बना था पोस्टर
पुराने दिनों को याद करते हुए जॉर्ज के करीबी रहे डॉ. हरेंद्र कुमार कहते हैं, हाथ उठाए हथकड़ी वाला जॉर्ज का कटआउट चुनाव प्रचार का बैनर-पोस्टर था। सुषमा स्वराज स्टार प्रचारक थीं।
पूर्व जदयू जिलाध्यक्ष विजय प्रसाद सिंह और पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती भीकहते हैं कि तब एक अलग ही दौर था। हर उम्र के लोग उनके लिए प्रचार करते। चंदा जुटाते थे।कही कोई बेवजह खर्च नहीं।सीधे प्रचार और वह भी साधारण तरीके से।
हर भाषण में करतीं थीं परिवर्तन की अपील
धर्मशाला चौक पर चाय की दुकान का संचालन करनेवाले वरीय भाजपा नेता 65 वर्षीय भोला चौधरी उर्फ भोला भाई कहते हैं कि जॉर्ज की चुनावी कमान सुषमा स्वराज ने संभाल रखी थी। उस समय प्रचार का अलग तरीका था। नुक्कड़ सभा का प्रचलन था। वह सुबह तैयार होकर नाश्ता कर लेतीं। उसके बाद उनके साथ कार्यकर्ताओं की टीम चल पड़ती। आपातकाल व देश के विकास पर केंद्रित उनका भाषण होता था। परिवर्तन हो, यही अपील वह करतीं।
करीब 10 दिनों तक किया था चुनाव प्रचार
भोला चौधरी बताते हैं, वे सुषमा स्वराज के काफिले के साथ मीनापुर गए। वहां प्रचार करते देर शाम हो गई। कार्यकर्ताओं ने सरकारी स्कूल में रहने की व्यवस्था की। वहीं रात्रि विश्राम हुआ। किसी कार्यकर्ता के यहां से रोटी तो किसी के यहां से भुजिया बनकर आई। करीब 10 दिनों तक रहकर सुषमा ने प्रचार किया।इसीतरह वो बिहार बार बार पार्टी या निजी कामों से आया करती थी।