पटनाः महिला मुखिया रितु जायसवाल के प्रताड़ना मामले में महिला आयोग ने कार्रवाई को लेकर मुख्य सचिव को लेटर लिखा है। सीतामढ़ी के सिंहवासिनी की मुखिया ने सीतामढ़ी डीएम पर कई गंभीर और परेशान करने का आरोप लगाया था।
जांच कराने का आग्रह
महिला आयोग की अध्यक्ष ने लेटर में लिखा है कि रितु अच्छे कार्यों के लिए उपराष्ट्रपति से सम्मान भी प्राप्त की हैं। उन्होंने सीतामढ़ी के डीएम, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी के ऊपर गंभीर आरोप लगाये हैं। उनको डीएम द्वारा गलत आरोप लगाकर फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस केस को खत्म कर दिया गया था उस केस को दोबारा जान बूझकर खोला गया है। उनके उपर तीन बार जानलेवा हमला भी हुआ है। ऐसे में अपने स्तर से जांच कराते हुए विधिसम्मत कार्रवाई की जाए।
19 जून की रात को रितु ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि आज रात 8 बजे लाइव आऊँगी पटना से अपने फेसबुक पेज पर। हो सकता है जल्दी ये आवाज़ थम जाए। क्योंकि कुछ दलाल, आपराधिक प्रवृत्ति के लोग कुछ प्रशासनिक लोगों के संरक्षण में मुझे जान से मारने की साजिश रच रहे। हमारे आदरणीय मुख्यमंत्री जी एवं प्रधानमंत्री जी चाहते हैं कि एक आम आदमी केलिए बनी योजना गरीब व्यक्ति तक अच्छे से पहुँचे। पर जब तक हम सभी ईमानदारी से अपनी सेवा दे कर इस ओर पहल नहीं करेंगे तब तक यह संभव नहीं है। एक गरीब आदमी केलिए बनी योजनाओं पर हमारे कई सरकारी नौकर जमीन पर पानी फेरने में लगे हैं। भ्रष्टाचारियों, अपराधियों को संरक्षण देना वैसे अफसरों की दिनचर्या बन गई है। कागजों पर आकांक्षी जिलों में सीतामढ़ी जिले को नम्बर 1 पर ले आया गया है।
उन्होंने कहा कि जब कि यहाँ लगभग सभी आंगनवाड़ी केंद्र कागजों पर चलते हैं, कुछ सरकारी विद्यालय को छोड़ कहीं पढ़ाई नहीं होती, राशन में कमीशन तय है, आवास योजना में 30 से 40 हजार ले लिए जाते हैं, अस्पताल की हालत तो किसी से छुपी नहीं है। फिर ये सैकड़ों योजनाएं, अरबों खरबों रुपये जा कहाँ रहे हैं। ये सरकारी बाबु लोग निर्माण में पैसे तो लेते ही हैं, जनता कहाँ पूछने जाती है। फ़िर ये गरीब के बच्चों के आंगनवाड़ी के पोषाहार को तो छोड़ दें, राशन को तो छोड़ दो, गरीबों के आवास योजना के छत के पैसे तो न लें, स्कूल में कम से कम प्राथमिक शिक्षा तो दे दें, अस्पताल में मूलभूत इलाज की सुविधा तो दे दें। पर नहीं! और इसके खिलाफ आप आवाज़ उठायेंगे तो साजिश का शिकार होना पड़ेगा, लड़ना पड़ेगा, न्याय की आस तो लगानी ही पड़ेगी, हो सकता है आपकी हत्या भी करवा दी जाए। जो न्यूज़ आजकल आपलोग देख रहे हैं, उसकी पूरी सच्चाई आप को आज शाम बताऊँगी। मेरे पति अरुण कुमार भी साथ होंगे। जो साजिशें आपराधिक लोग रच रहे मेरे विरुद्ध कुछ भ्रष्ट प्रशासनिक लोगों के संरक्षण में, उसकी भी जानकारी देनी है आपको। इस कठिन परिस्थिति में कई लोग साथ दे रहे उनके प्रति आभार व्यक्त करती हूँ।