बिहार में लोकसभा चुनाव के चलते सरगर्मी तेज हो चली है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यदुवंशी का दूध और कुशवंसी का चावल मिलकर एक अच्छी खीर बना सकते है. जिस पर लोंगों ने कई तरह के कमेन्ट पास किये तो कुछ ने कहा कि मंत्री जी एनडीए से नाराज है. इस बात पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमने न राजद से दूध मांगा है और न ही भाजपा से चीनी मांगी है.
मंत्री ने कहा कि खीर के लिए यदूवंशी के घर का दूध, कुशवंशी के घर का चावल, अतिपछड़ा के घर का पंचमेवा, ब्राह्मण के घर से चीनी, दलित के आंगन से तुलसी दल और मिल बैठकर खाने के लिए मुसलमान भाई के दस्तरखान की जरूरत है.हमने न राजद से दूध मांगा है और न ही भाजपा से चीनी मांगी है.
उन्होंने कहा कि यदूवंशी का अर्थ न तो राजद है और न ब्रह्मर्षि का अर्थ कोई खास दल है. रालोसपा सभी जमात की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहती है. यदूवंशी की ओर भी दोस्ती का हतः बढ़ाया है. हम अपनी पार्टी के जनाधार को व्यापकता देने के लिए ऐसा कर रहे है. अब जिन्हें जो अर्थ लगाना हो लगाते रहें . हम किसी को नहीं रोकते है.