आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार फेल, नवंबर में खुदरा महंगाई दर बेतहाशा बड़ी औद्योगिक उत्पादन गिरा

मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर बड़ा झटका

Update: 2019-12-13 03:39 GMT

नई दिल्ली: आर्थिक मोर्चे पर एक और बुरी खबर आ रही है. खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से नवंबर में महंगाई दर में इजाफा हुआ है. खुदरा महंगाई दर 4.62% से बढ़कर 5.54% हो गई है. इससे पहले अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 4.62 फीसदी थी. सितंबर माह में खुदरा महंगाई दर 3.99 फीसदी थी. साफ है कि नवंबर में खुदरा महंगाई दर तीन माह में सबसे ऊंचे स्तर पर है. अनाजों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.

औद्योगिक उत्पादन 3.8% गिरा, तीन साल के उच्चतम स्तर पर खुदरा महंगाई, 6 साल में पहली बार खाद्य महंगाई 10% पार, और त्रस्त हो सकते हैं आमजन

खाद्य महंगाई दर 7.89% से बढ़कर 10.01% हो गई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में खाद्य महंगाई दर 7.89% से बढ़कर 10.01% हो गई है. नवंबर माह में ग्रामीण रिटेल महंगाई दर 4.29% से बढ़कर 5.27% हो गई है जबकि शहरी रिटेल महंगाई दर 5.11% से बढ़कर 5.76% हो गई है. हालांकि, सरकार के लिए थोड़ी सी राहत की खबर यह रही कि औद्योगिक उत्पादन दर में सुधार हुआ है. औद्योगिक उत्पादन दर -4.3 फीसदी के मुकाबले अक्टूबर में -3.8 फीसदी रही है.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान कहा था कि आने वाली तिमाही में महंगाई दर बढ़ सकती है. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को महंगाई दर 4 पर्सेंट के दायरे में रखने को कहा है, जिसमें 2 पर्सेंट का मार्जिन भी है. 


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