इन्हें देखा है क्या? दिल्ली दंगों के बाद एक बाप अपनी बेटी ढूंढ रहा है, इसे शेयर करें और पहचान में मदद करें!

लेकिन अबतक वहां नहीं पहुंची। अंकल ने बताया कि लड़की खोड़ा की रहनेवाली है। लेकिन उस दिन इधर आई हुई थी।

Update: 2020-02-29 08:59 GMT

नई दिल्ली: नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में कई लोग अभी तक लापता हैं, उनके परिजन जगह-जगह उन्हें ढूंढ रहे हैं, लेकिन उनके बारे में सही जानकारी नहीं मिल रही है। कुछ लोग अपने परिजनों को ढूंढने अस्पताल और फिर मॉर्चरी भी पहुंच रहे हैं। वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर फोटोज शेयर करके किसी जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। 

ऐसा ही एक मामला मुस्तफाबाद का है। वहां परिवार 20 साल की एक लड़की को ढूंढ रहा है जो दंगों के बाद से लापता है। लड़की के अंकल विपिन गोयल ने बताया कि मानसी नाम की वह लड़की सोमवार यानी 24 फरवरी (जिस दिन दंगा भड़का) को मुस्तफाबाद गई थी। वहां उसके दादा रहते हैं। वह बोलकर निकली कि दादा से मिलने जा रही है, लेकिन अबतक वहां नहीं पहुंची। अंकल ने बताया कि लड़की खोड़ा की रहनेवाली है। लेकिन उस दिन इधर आई हुई थी।

5 बच्चों को लेकर भटक रही हैं पति की तलाश में

शुक्रवार को दिलशाद को ढूंढने उसकी पत्नी अपने पांच बच्चों के साथ अस्पताल पहुंचीं। वह मॉर्चरी के बाहर इधर-उधर भटक रही थीं, हर किसी से मदद मांग रही थीं, लेकिन इस बेबस की दर्द को सुनने वाला वहां कोई नहीं था। दिलशाद की पत्नी ने बताया कि वो चांदबाग इलाके में काम करने गए थे, वो गाड़ियों का सस्पेंशन बनाने का काम करते थे, जिस दिन हिंसा हुई है, उसी दिन सोमवार की शाम से गायब हैं। वो घर ही नहीं आए हैं और न ही कोई सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि वो दिलशाद के मालिक के पास भी गए थे, लेकिन उन्होंने भी कोई मदद नहीं की।

मोहसिन भी लापता हैं, उन्हें ढूंढने के लिए उनकी मां जसीमा अस्पताल पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि वे सभी मुस्तफाबाद में रहते हैं, मोहसिन मजदूरी का काम करते थे और सोमवार को अंतिम बार उससे बात हुई। जसीमा ने कहा कि वो कई जगह जा चुकी हैं। इलाके के हर छोटे-बड़े अस्पताल में गई, कहीं नहीं मिल रहा है।

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