प्रियंका गाँधी ट्विटर के जरिये नहीं होंगे डीजल के दाम कम, जंग सडक पर लड़ी जाती है

कच्चे तेल के दाम में गिरावट का फायदा आम लोगों को क्यों नहीं मिल रहा है?

Update: 2020-03-15 04:32 GMT

भारतीय जनता पार्टी सरकार का विरोध कोई भी विपक्षी दल पूरी ताकत से नहीं कर पा रहा है. अगर विपक्षी दल कांग्रेस ने अब भी ख़ामोशी नहीं तोड़ी तो देश में सरकार अपनी मन मानी करती रहेगी और जनता चुपचाप ये सब सहती रहेगी. इसका जितना दोष भारतीय जनता पार्टी का होगा उससे ज्यादा दोष कांग्रेस का होगा. 

जब देखो तब प्रियंका गांधी ट्विटर के माध्यम से बीजेपी सरकार पर हमला बोलती है. क्यों नहीं जाकर जमीन पर बैठकर सरकार का शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करें जिससे सरकार को अपनी गलती का एहसास हो. आपने ट्विटर पर लिखा दुनिया भर में कच्चे तेल के दाम घट चुके हैं। मगर हिंदुस्तान में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे है. कच्चे तेल के दाम में गिरावट का फायदा आम लोगों को क्यों नहीं मिल रहा है? दिल्ली-मुंबई में 36 रु में पेट्रोल बेचने का दावा करने वाले भाजपा नेताओं ने किस कम्पनी का टेप मुंह पर लगाया है?

प्रियंका गांधी ने दूसरी बात में लिखा कि आज दुनिया के तमाम देशों समेत हमारा देश भी कोरोना वायरस जैसी महामारी चपेट में है. एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते कुछ छोटी-छोटी सावधानियां करके हम इस बीमारी को फैलने से रोक सकते है. आइए मिलकर इस महामारी को परास्त करें. इसका लिखना ठीक है क्योंकि इसके बारे में जागरूक होना जरूरी है. जबकि तेल के दाम सडक पर आने के बाद ही कम होंगे जनता आपके लिए इंतजार कर रही है. अगर आपने इस इंतजार का हल नहीं निकाला तो आप भी इंतजार करती रह जायेंगी. तो जनता के हित के लिए लड़ना होगा. 

आपको उत्तर प्रदेश के किसान के सम्मान के लिए लड़ना होगा. पूरे प्रदेश का किसान बरसाती और ओला नामक कोरोना से पीड़ित हो चूका है फसलें बरबाद हो गई है रोज बरसात से उसकी बाकी फसलें भी ख़त्म हो चुकी है. कैसे भरेगा अपना पेट और अपना बेंक से लिया हुआ कर्जा? किसी ने भी नहीं दो शब्द कहे है जबकि आधी से ज्यादा आबादी बरबाद हो चुकी है. 

कांग्रेस अपनी बार बार की गई गलतियों से भी कोई नई सीख नहीं सीख रही है जबकि बीजेपी रोज एक गलती के बाद दूसरी गलती नहीं दोहराती है. कांग्रेस ने देखते ही देखते दो राज्यों की सरकार गंवा दी इसका दोष बीजेपी को क्यों जब आपके नेता बीजेपी से मिलते है तभी तो आपकी सरकार गिरती है अगर आपके नेता आपको धोखा नहीं देंगे तब तक आपको क्यों कोई तोड़ लेगा लेकिन कांग्रेस में पुत्र मोह की राजनीत हावी है. जब दिग्विजय अपने बेटे के लिए और कमलनाथ अपने बेटे के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नेता की बलि चाह रहे थे तो कांग्रेस के सर्वे सर्वा क्या कान में तेल डालकर सो रहे थे. अब सरकार जाने को कोई दुःख नहीं होना चाहिए. अगर बच जाए तो रामभरोसे होगा. 

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