भारतीय जनता पार्टी जब से सत्ता में आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास का नारा दिया. लेकिन जब भी देश में कोई चुनाव आता है तो उसे पाकिस्तान या हिंदू मुस्लिम के नाम पर क्यों लड़ा जाता है. क्या सरकार कोई ऐसा अच्छा काम नहीं करती जिसके नाम पर जनता के बीच जा सके?
हम बात पिछली पांच वर्ष के सरकार की करें तो पीएम मोदी ने सबका साथ सबका विकास का नारा भी दिया सरकार भी उसी पैटर्न पर चली लेकिन अब ऐसा क्या हुआ जो दिल्ली में विकास और साथ की बात छोड़कर शाहीन बाग़ मुद्दा बना है. शाहीन बाग़ तो सरकार का विरोध कर रहा है लेकिन अब जो हाल दिल्ली के चुनाव का हो रहा है उससे पूरे देश का नुकसान होना तय माना जा रहा है.
बीजेपी जब भी कोई चुनाव आता है तब देश में हिंदू मुस्लिम की सरगर्मी तेज करके हिन्दू वोट को पोलराइज करने का प्रयास किया जाता है. पिछले छह साल की सरकार में कोई इस तरह का काम नहीं हुआ जो सरकार जनता के बिछ लेकर जाए. लेकिन हम किसी भी बात पर हिंदू मुस्लिम का रोना कब तक रोयेंगे.