गोवा के डिप्टी स्पीकर बोले, सीएम मनोहर पर्रिकर की हालत बेहद खराब, बचने की उम्मीद बेहद कम

पर्रिकर पेंक्रियाज से संबंधित बीमारी से जूझ रहे हैं। उनको 15 फरवरी को मुंबई के लीलावती अस्पताल के लिए भर्ती किया गया था। जहां पेंक्रियाज के इंफेक्शन के इलाज के बाद उन्हें 22 फरवरी को उन्हें छुट्टी दी गई थी।

Update: 2019-03-16 17:31 GMT

गोवा के डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की हालत बेहद खराब है और उनके बचने की उम्मीद बेहद कम है। उन्होंने भाजपा की बैठक के बाद कहा कि जब तक पर्रिकर हैं, तब तक गोवा में लीडरशिप में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

माइकल लोबो ने कहा- बैठक में किसी ने भी लीडरशिप में बदलाव की मांग नहीं की है। हम पर्रिकर के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, लेकिन उनके बचने की उम्मीद बेहद कम है, क्योंकि वे बेहद बीमार चल रहे हैं। लेकिन, अगर कुछ होता है तो लीडरशिप में जो भी बदलाव होगा, वह भाजपा से होगा।

डॉक्टरों को रिकवरी नहीं नजर आ रही- लोबो

उन्होंने कहा कि पर्रिकरजी शुक्रवार रात बेहद बीमार हो गए थे, ऐसे में भाजपा ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। डॉक्टरों को पर्रिकर की हालत में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है और वे रिकवरी नहीं कर पा रहे हैं। तीन विधानसभाओं में होने वाले उप-चुनाव नजदीक हैं और इनके लिए उम्मीदवारों का चयन भी किया जाना था।

इलाज के लिए पर्रिकर मुंबई और अमेरिका भी गए

पर्रिकर पेंक्रियाज से संबंधित बीमारी से जूझ रहे हैं। उनको 15 फरवरी को मुंबई के लीलावती अस्पताल के लिए भर्ती किया गया था। जहां पेंक्रियाज के इंफेक्शन के इलाज के बाद उन्हें 22 फरवरी को उन्हें छुट्टी दी गई थी। 25 फरवरी को शरीर में पानी की कमी और लो ब्लड प्रेशर के चलते उन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया और 1 मार्च को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इससे पहले इलाज के लिए वह अमेरिका भी गए थे।

पर्रिकर ने बजट पेश किया था

मुख्यमंत्री पर्रिकर ने इस बार के बजट सत्र में हिस्सा लिया और 30 जनवरी को बजट पेश किया था। इसके अगले दिन वे इलाज के लिए दिल्ली एम्स चले गए और 5 फरवरी को गोवा लौट आए थे। पर्रिकर को पिछले कुछ समय में जब भी देखा गया, वह चिकित्सकीय उपकरणों से लैस दिखाई दिए। नासोगेस्ट्रिक ट्यूब उनके चेहरे पर लगी हुई थी।

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