अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो भूल कर भी ये काम न करें

गर्भावस्था में ज्यादा समय तक खड़े रहना बच्चे और माँ दोनों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए देर तक न खड़ी रहें।

Update: 2021-08-12 12:44 GMT

गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना होता है क्योंकि वो स्वयं के साथ एक और जिन्दगी का पोषण कर रही होती हैं। इस समय उन्हें कई चीज़ों का ध्यान रखना होता है जैसे सही आहार, समय से सोना, समय से जागना और भी कई चीज़ें। गर्भवती महिलाओं को कौन से ऐसे कार्य हैं जो गर्भावस्था के दौरान नहीं करना चाहिए। जिससे वे कई प्रकार की परेशानियों से बच पाएँ और स्वयं और शिशु दोनों का सही प्रकार से ध्यान रख पाएँ।

अगर आप गर्भवती हैं तो भूल कर भी ये काम न करें:

देर तक न खड़ी रहें: गर्भावस्था में ज्यादा समय तक खड़े रहना बच्चे और माँ दोनों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए देर तक न खड़ी रहें। लेकिन आप धीरे-धीरे वॉक कर सकती हैं यह आपकी सेहत और होने वाले शिशु की सेहत के लिए बहुत ही उम्दा है। लेकिन घंटों तक खड़े रहने को नज़रअंदाज करें। इससे आपके पैरों में सूजन आ सकती है और कमर में दर्द उत्पन्न हो सकता है।

ज्यादा मिर्च मसाले वाला खाना न खाएँ: गर्भवस्था के दौरान तीखा खाना आपको और शिशु को नुकसान पहुँचा सकता है इसलिए इस दौरान आप तीखे खाने से परहेज करें। तीखा खाना या ज्यादा मिर्च मसाले वाला खाना खाने से गैस की समस्या, दस्त, उल्टी ये सभी कुछ हो सकता है। और शिशु को भी इससे नुकसान होगा। साथ ही इससे पेट में जलन भी हो सकती है। तो भोजन के प्रति आपको इस दौरान बहुत सचेत रहना होगा यह बहुत जरुरी है।

भारी सामान न उठाएँ: भारी सामान गर्भवस्था के दौरान नहीं उठाना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात भी हो सकता है। भारी सामान उठाना सेहत के लिए नुकसानदायक है। कई बार कई महिलाएँ गर्भवस्था में गैस की टंकी, पानी का घड़ा या बाल्टी ऐसी चीज़ें उठा लेती हैं जिसके कारण कई बार गर्भपात हो जाता है। इसके प्रति भी महिलाओं को सचेत रहना आवश्यक है भूल कर भी कोई भारी सामान न उठाएँ।

तेज़-तेज़ न चलें: तेज़ चलना गर्भवती के गर्भपात का संकेत हो सकता है। अगर आप गर्भवस्था में बहुत तेज़ चलती हैं तो अपनी इस आदत को बदलें। आराम से चलें। अगर आप कहीं जाने में लेट भी हो रही हैं तो भी धीरे चलें। तेज़-तेज़ चलना आपके गर्भ पर असर कर सकता है जिससे आपको कई प्रकार की समस्याएँ हो सकती है। इस बात का विशेष ध्यान रखें और आराम से धीरे-धीरे चलें।

जोर से न चिल्लाएँ: जैसे जैसे गर्भधारण का समय बढ़ता है वैसे-वैसे शिशु अपनी माँ और गर्भ के बाहर की चीज़ों को महसूस करने लगता है। और अगर आप गर्भावस्था के दौरान चिल्लाती हैं या तेज़ बोलती हैं तो शिशु उस कम्पन को महसूस करता है और हो सकता है आपके चिल्लाने का आपके शिशु पर गलत असर हो। इसलिए भूलकर भी यह गलती न करें। अगर आप गर्भवती हैं तो भूल कर भी ये काम न करें ऐसा करने पर आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है साथ ही इससे आपके शिशु के स्वास्थ्य पर भी असर होगा।

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