सिंधिया ने पहली बार तोड़ी कांग्रेस को लेकर चुप्पी

मैं चाहता हूं कि वो पद पर रहें. मैं अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहा हूं ताकि ये कहीं दर्ज हो.''

Update: 2019-10-10 01:58 GMT

कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि पार्टी को आत्मचिंतन करने की ज़रूरत है. उन्होंने बुधवार को कहा कि अगर कांग्रेस स्थिति में सुधार लाना चाहती है तो उसे मौजूदा हालात की समीक्षा करनी पड़ेगी और ख़ुद के भीतर देखना पड़ेगा.

सिंधिया ने ये बातें ग्वालियर में संवाददाताओं से बातचीत में कहीं. हालांकि उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान ख़ुर्शीद के उस बयान पर टिप्पणी करने से इनकाक कर दिया कि पार्टी की सबसे बड़ी समस्या ये है कि राहुल गांधी ने पद छोड़ दिया.

सिंधिया ने कहा था, "किसी और के बयान पर टिप्पणी करना मेरी आदत नहीं है. मगर इसमें कोई शक़ नहीं है कि ये वक़्त का तकाज़ा है कि अगर कांग्रेस अपनी स्थिति में सुधार करना चाहती है तो उसे हालिया स्थिति की समीक्षा और ख़ुद के भीतर देखना होगा.''

इससे पहले सलमान ख़ुर्शीद ने कहा था कि कांग्रेस अब तक ऐसा नहीं कर पाई क्योंकि राहुल गांधी ने पार्टी प्रमुख का पद छोड़ दिया था और एक तरह से कांग्रेस हार के बाद नेतृत्व विहीन रही.

उन्होंने कहा था, ''मैं इस व्यवस्था से ख़ुश नहीं हूं. जो भी हमारी नेता हैं, मैं उन्हें चाहता हूं और वो बनी रहें. मैं चाहता हूं कि वो पद पर रहें. मैं अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहा हूं ताकि ये कहीं दर्ज हो.''

बता दें कि कांग्रेस (Congress) बुधवार को अपने नेता सलमान खुर्शीद के खबरों में आये इस बयान से कन्नी काटते हुए दिखी कि 'नेता के पद छोड़ जाने' के बाद पार्टी ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद अभी तक आत्मनिरीक्षण नहीं किया है.

कांग्रेस ने कहा कि लोगों को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए और भाजपा सरकार की विफलताओं को सामने लाने की दिशा में काम करना चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रही है और सभी नेताओं को इस दिशा में अपनी ऊर्जा लगा देनी चाहिए.

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