कैलाश विजयवर्गीय की अधिकारी को धमकी, बोले- संघ के पदाधिकारी इंदौर में हैं नहीं तो आग लगा देता!

कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान को बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय बताया?

Update: 2020-01-03 13:59 GMT

इंदौर में अतिक्रमण और भू-माफियाओं के ख़िलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी है. दूसरी तरफ, बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने नगर निगम और प्रशासन पर नियम विरुद्ध काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा शहर में नियम विरुद्ध मकान तोड़े जा रहे हैं. खासतौर से बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है.

विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने ऐसे 167 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सूची प्रशासन को दी है जिन्होंने अवैध कब्ज़े कर रखे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई न कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. इसी बीच आज भू-माफियाओं के ख़िलाफ जारी अभियान के बारे में चर्चा करने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारियों को बुलाया था. विजयवर्गीय ने अधिकारियों को यह संदेश भिजवाया था कि वे सभी रेसीडेंसी कोठी पर पहुंचें. 


लेकिन विजयवर्गीय के संदेश के बावजूद डीआईजी, कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त आदि अधिकारी रेसीडेंसी कोठी नहीं पहुंचे. इसके बाद वह बिफर पड़े और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ रेसीडेंसी कोठी के बाहर ही धरने पर बैठ गए. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सरकार से सीधा मुकाबला किया जाएगा. अगर हमारे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गयी तो हम विरोध करेंगे. राजनेता और अधिकारी मुगालते में ना रहें. उन्होंने अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा कि मेरा कमर के नीचे वार न करने का संकल्प टूट भी सकता है. इस बीच विजयवर्गीय का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे एक अधिकारी को धमकाते दिख रहे हैं.

विजयवर्गीय कह रहे हैं, ''हमने चिट्ठी लिखी कि हम मिलना चाहते हैं...ये भी सूचना नहीं दोगे कि हम शहर से बाहर हैं...ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे...हमारे संघ के पदाधिकारी यहां हैं, नहीं तो आग लगा देता इंदौर में.'' विजयवर्गीय के इस बयान पर सियासी घमासान भी मच गया है. कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान को बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय बताते हुए कहा कि इससे उनकी व उनकी पार्टी की विचारधारा सामने आ गयी है. उन्होंने कहा कि यह शिवराज जी की नहीं सिंघम कमलनाथ जी की सरकार है, इसमें शहर को आग लगाने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है. विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के भी प्रभारी है और वहां भी जब-जब वे जाते हैं हिंसा होती है. इसी से समझा जा सकता है कि उस हिंसा के पीछे क्या कारण है?

सलूजा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने आकाश विजयवर्गीय की बल्लेबाजी के विरोध में बयान दिया था लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. शायद इसी से हिम्मत पाकर कैलाश विजयवर्गीय इस तरह का बयान दे रहे हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में माफिया मुक्त अभियान प्रदेश भर में चल रहा है, जिसमें कई बड़े-बड़े माफ़ियाओ के खिलाफ कार्रवाई हुई है. शायद माफियाओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई से बौखला कर कैलाश विजयवर्गीय इस तरह इंदौर को आग लगाने वाला बयान दे रहे हैं. 

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