मध्य प्रदेश के इंदौर में निगर निगम के ऑफिसर को बल्ले से पीटना बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को महंगा पड़ गया। इस घटना के बाद पुलिस ने आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया है। आकाश के खिलाफ थाना एमजी रोड में हुई धारा 353, 294, 506, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मध्य प्रदेश के इंदौर की एक अदालत ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत खारिज कर दी है। जिन्हें आज इंदौर में नगर निगम के एक अधिकारी को पीटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आकाश भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं।
इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने निगर निगम ऑफिसर की इंदौर में क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी। निगर निगम के अधिकारी अतिक्रमण रोकने के लिए वहां पर एक जर्जर मकान को तोड़ने गए थे।
दरअसल, गंजी कंपाउंड स्थित जर्जर मकान तोड़ने के लिए निगम की टीम पहुंची तो वहां इंदौर तीन से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निगम अधिकारियों को समझाया कि अगर आप 5 मिनट में यहां से नहीं गए तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी. इस दौरान जेसीबी मशीन की चाबी भी निकाल ली, जब निगम कर्मी पीछे नहीं हटे तो आकाश अपने हाथ में बल्ला लेकर उनकी पिटाई करते दिखे।
वीडियो में यह साफ देखा जा रहा है कि किस तरह कैलाश विजयवर्गीय निगम ऑफिसर के साथ बदसलूकी कर उन्हें बल्ले से पिटाई कर रहे हैं। यह वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो गया।इंदौर में हुए इस घटना के दौरान आकाश को वीडियो में देखा गया कि वह एक क्रिकेट बैट के साथ नगर निगम के अधिकारी की पिटाई कर रहे हैं। उधर, इस घटना के बाद कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। कांग्रेस का कहना है कि आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।