फर्जी टीआरपी कांड: 2 चैनल मालिक हिरासत में, मुंबई पुलिस चीफ बोले-कोई कितना भी बड़ा हो, छोड़ेंगे नहीं

मुंबई पुलिस ने फ्रॉड टीआरपी से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है.

Update: 2020-10-08 13:31 GMT

मुंबई : मुंबई पुलिस ने सोमवार को फ्रॉड टीआरपी (Fraud TRP Racket) से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह (Mumbai Police Commissioner Parambir Singh) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम ने फ्रॉड टीआरपी के रैकेट (Fraud TRP Racket) का भंडाफोड़ किया है जिसमें में अब तक तीन चैनलों का नाम सामने आया है. परमबीर सिंह के मुताबिक इस फ्रॉड में दो छोटे मराठी चैनल फखत मराठी और बॉक्स सिनेमा हैं इनके अलावा रिपब्लिक टीवी का नाम भी इस घोटाले में शामिल है.

परमबीर सिंह ने कहा कि इस रैकेट के जरिए टीआरपी को मैनुपुलेट किया जा रहा था और इसके जरिए फेक एजेंडा चलाया जा रहा था. परमबीर सिंह ने कहा कि टीआरपी बढ़ाने के लिए आम लोगों को प्रति महीने के हिसाब से कुछ रुपये दिए जाते थे और उन्हें अपने घरों में विशेष चैनल चलाने के लिए कहा जाता था.

मुंबई पुलिस का दावा है कि हंसा कंपनी के पूर्व कर्मचारी इस धंधे में लिप्त थे. इस मामले में हंसा कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी समेत दो लोग गिरफ्तार हुए हैं. एक व्यक्ति के खाते से 20 लाख रुपये सीज किए गए हैं. जबकि उनके बैंक लॉकर से 8.5 लाख रुपये मिले हैं.

परमबीर सिंह ने आगे कहा कि शिकायत के आधार पर हमने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. रिपब्लिक टीवी का नाम भी सामने आया है. जिन ग्राहकों से संपर्क किया गया था, उन्होंने माना है कि रिपब्लिक चैनल ऑन रखने के लिए पैसे दिए गए थे. उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए हैं. बार्क ने भी रिपब्लिक टीवी पर संदेह जताया है.

मुंबई पुलिस का कहना है कि इस गोरखधंधे में रिपब्लिक टीवी के प्रमोटर्स भी शामिल हो सकते हैं. इस मामले में जांच जारी है. जो भी विज्ञापन इन चैनलों पर चले हैं उनकी भी जांच की जाएगी. विज्ञापनदाताओं से पूछा जाएगा कि वे शिकार हुए या वे भी रैकेट का हिस्सा थे.

मुंबई पुलिस के मुताबिक करीब 2000 घरों में ये खेल चल रहा था और हर घर को 400 से 500 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जा रहा था. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हमें संदेह है कि अगर मुंबई में ऐसा हो रहा था तो यह देश के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है. इसमें कुछ मौजूदा कर्मचारी भी शामिल हैं और कुछ अंदरूनी लोग भी शामिल हैं. BARC अधिकारियों से भी पूछताछ की गई है. वरिष्ठ अधिकारियों को भी तलब किया जाएगा.

मुंबई पुलिस कमश्निर ने कहा कि आज रिपब्लिक टीवी के अधिकारियों को समन भेजा जाएगा और उन्हें जांच दल के सामने पेश होने के लिए कहा जाएगा. उन्होंने बताया कि हंसा वो एजेंसी थी जिसने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. हम इस मामले से संबंधित सभी खातों की जांच करेंगे. फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है.

रिपब्लिक टीवी ने जारी किया अपना बयान

हालांकि मुंबई पुलिस की पीसी के बाद रिपब्लिक टीवी ने भी इस मुद्दे पर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है. रिपब्लिक टीवी का कहना है कि चूंकि उन्होंने सुशांत केस में पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से सवाल पूछे थे इसलिए अब रिपब्लिक टीवी पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. बयान में कहा गया है कि रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर मानहानि का केस भी करेगा.

Tags:    

Similar News