मुंबई घरेलू बिजली के बिलों में न्यूनतम 30 फीसदी की बढ़ोतरी, मंदिर वहीं बनायेगें सौगंध राम की खाते है!
अडानी पावर रिलायंस ऊर्जा का मुंबई की घरेलू बिजली पर पूरा कब्जा है. मुंबई घरेलू बिजली के बिलों में न्यूनतम 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस कठोर शक्ति वृद्धि के लिए दोषी कौन है?
आपको बता दें कि अगर घरेलू बिजली के बिलों में न्यूनतम 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है तो आम जनता को क्या राहत मिली या परेशानी यह सवाल सबके दिलोदिमाग पर हावी है. जब बीजेपी और शिवसेना मंदिर की राजनीत कर रही है जबकि जनहित के कार्यों में पीछे क्यों है.
मुंबई बिजली में यकायक बढ़ी कीमतों से हाहाकार मचेगा. तीस फीसदी बढ़ोत्तरी से यकायक सबको चौंका दिया है. जबकि शिवसेना मंदिर मुददे को लेकर अयोध्या में है. लेकिन कहावत फिर चरित्रार्थ हो रही है मंदिर वहीँ बनायेंगे सौगंध राम की खाते है. वाली बात कही जा सकती है.