Bharuch collector Tushar Sumera:अंग्रेजी में 35, गणित में 36 और विज्ञान में 38 नंबर लाने वाला बच्चा कैसे बना आईएएस!

उनके 100 में अंग्रेजी में 35, गणित में 36 और विज्ञान में 38 नंबर आए थे. ना सिर्फ पूरे गांव में बल्कि उस स्कूल में यह कहा गया कि यह कुछ नहीं कर सकते.;

Update: 2022-06-13 02:51 GMT

Bharuch collector Tushar Sumera: आज एक आईएएस ने अपने हाईस्कूल के अंकपत्र शेयर किए जिसमें बहुत कम मार्क्स आए है। लेकिन आज के समय में नंबर की दौड़ और माता-पिता, समाज और शिक्षकों का बच्चों पर क्लास में टॉप करने का कठोर व्यवहार छात्रों को अवसाद का शिकार बना रहा है। ऐसे में बच्चे हताश हो जाते हैं, और सही-गलत के फैर में उलझ जाते हैं। उन्हें आगे का रास्ता नजर नहीं आता। हर किसी को यही लगता है कि दसवीं और बारहवीं के अंको के आधार पर ही उनका भविष्य तय होगा, जबकि यह सही नहीं है।

हमारे बीच ही ऐसे कई उदाहरण हैं जो कम नंबर लाने के बाद भी समाज के अच्छे पदों पर हैं और जिंदगी में सफल हुए हैं। इसी का एक सटीक उदाहरण हमारे सामाने है, जो यह बताता है कि केवल 10वीं के नंबर के आधार पर आप सफल और असफल का फैसला नहीं कर सकते।

ट्विटर पर शेयर की मार्कशीट

दरअसल आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने भरूच कलेक्टर तुषार सुमेरा और उनकी 10वीं की मार्कशीट ट्विटर पर शेयर की है। कलेक्टर तुषार सुमेरा के 10वीं में सिर्फ पासिंग मार्क आए थे पर बाद में उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन एग्जाम को क्लियर किया।


लोगों ने कहा था- यह जीवन में कुछ नहीं कर सकता

अवनीश शरण ने ट्वीट कर लिखा-'भरूच कलेक्टर तुषार सुमेरा ने अपनी 10वीं की मार्कशीट को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है कि उन्हें 10वीं में सिर्फ पासिंग मार्क्स आए थे। उनके अंग्रेजी में 100 में से 35,विज्ञान में 38 और गणित में मात्र 36 नंबर आए थे। उस समय उनसे कहा गया कि यह अपने जीवन में कुछ नहीं कर सकता।'

अवनीश के ट्विटर पर 4 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स

अवनीश के इस ट्वीट का भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा ने उनकी पोस्ट को री-ट्वीट करते हुए धन्यवाद दिया। आईएएस अवनीश के इस ट्वीट को अबतक 12 हजार से ज्यादा लाइक और 2200 से ज्यादा री-ट्वीट मिल चुके हैं। अवनीश छत्तीसगढ़ कैडर के 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनके ट्विटर पर 4 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।

IAS अवनीश शरण के ट्वीट के जवाब में कलेक्टर भरूच तुषार सुमेरा ने "थैंक्यू सर" लिखकर उसका जवाब दिया. इस पोस्ट को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि डिग्री नहीं आपका टैलेंट मैटर करता है. कइयों ने कहा कि लगन और ,मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है लेकिन उसके लिए आप जब जागो तभी सवेरा है.\

तुषार डी सुमेरा वर्तमान में भरूच जिले के कलेक्टर के रूप में कार्यरत हैं. साल 2012 में UPSC परीक्षा पास करके वो IAS ऑफिसर बने थे. भरूच में उत्कर्ष पहल अभियान के तहत उनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीटर पर तुषार सुमेरा का जिक्र कर चुके हैं. आज तुषार करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणादायक है. खास तौर से उनके लिए, जो असफल होने पर सोचते हैं कि उनके लिए सफलता के सभी दरवाजे बंद हो गए हैं.

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