जनजातीय ग्रामों में वित्तीय समावेशन व आजीविका का अभिसरण विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया

सम्‍मेलन का उद्देश्‍य मौजूदा संसाधनिक अवसंरचना को जनजाति समाज की वास्‍तविकताओं के प्रति संवेदनशील, राष्‍ट्रीय विकास को अधिक समावेशी और राष्‍ट्र निर्माण को अधिक सहभागी बनाना है

Update: 2021-09-28 13:49 GMT

प्रतीकात्मक फोटो 

पीआईबी, नई दिल्ली : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा दिनांक 28 सितम्बर, 2021 से 30 सितंबर, 2021 तक "जनजातीय ग्रामों में वित्तीय समावेशन व आजीविका का अभिसरण" विषय पर एक राष्ट्रीय संवाद कार्यक्रम नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जा रहा है।

उक्त सम्‍मेलन अनुसूचित जनजातियों के दृष्टिकोण से सरकार के विभिन्‍न सुरक्षात्‍मक कानूनों और सकारात्‍मक कार्रवाईयों की समीक्षा करते हुये अभिसरण को प्रोत्साहित करने का प्रयास है। सम्‍मेलन का उद्देश्‍य मौजूदा संसाधनिक अवसंरचना को जनजाति समाज की वास्‍तविकताओं के प्रति संवेदनशील, राष्‍ट्रीय विकास को अधिक समावेशी और राष्‍ट्र निर्माण को अधिक सहभागी बनाना है। स्‍वतंत्रता के 75वें वर्ष को सुनिश्चित करने के लिए इस सम्‍मेलन का आयोजन सही मायने में आजादी का अमृत महोत्‍सव है।

आयोग द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में कई केन्द्रीय मंत्री, सांसद, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, विषय-विशेषज्ञ,गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि तथा जमीनी स्तर पर कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ता सम्मिलित हो रहे हैं।

Tags:    

Similar News