BL Soni of Rajasthan may be the new DGP: बीएल सोनी हो सकते है नए डीजीपी, लाठर को मिल सकता है राजनीतिक पद
हो सकता है कि मेरी खबर झूठी साबित हो । लेकिन आधारहीन बिल्कुल नही है । पुख्ता सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि एक तगड़ी लॉबी वर्तमान डीजीपी मोहन लाल लाठर को हटाकर इनके स्थान पर बीएल सोनी को बैठाने की तिकड़म भिड़ा रही है ।
जोधपुर निवासी बीएल सोनी का अगले साल 1 जनवरी, 23 को रिटायरमेंट है । लेकिन वे इसी साल 31 दिसंबर को सेवानिवृत हो जाएंगे । नियम यह है कि किसी की जन्मतिथि 2 तारीख के बाद है तो उसका रिटायरमेंट महीने के अंत मे होता है । लेकिन इससे पहले की तारीख वाले को उसी दिन रिटायर होना पड़ता है जो वास्तविक तारीख होती है । सोनी की जन्म तिथि 1 जनवरी, 63 है । लिहाजा वे 31 दिसम्बर को रिटायर होंगे ।
यह सर्वविदित है कि बीएल सोनी मुख्यमंत्री के बेहद नजदीक है । एक लॉबी चाहती है कि सेवानिवृति से पहले उन्हें डीजीपी यानी पुलिस महानिदेशक बनाया जाए । चर्चा है कि वर्तमान डीजीपी को अनिवार्य सेवानिवृति दिलाकर उन्हें कोई राजनीतिक या संवैधानिक पद दे दिया जाए ।
चर्चा है कि लाठर को अंतर राज्य जल विवाद कमेटी का चेयरमैन बना दिया जाए । वर्तमान में यह पद खाली है । वसुंधरा राजे के वक्त इस पद पर रोहिताश शर्मा नियुक्त हुए थे । चेयरमैन का कार्यकाल 5 साल तथा कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल होता है ।
चूंकि राजस्थान के पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा तथा मध्यप्रदेश आदि से कई जल विवाद चले आ रहे है । चम्बल के कैचमेंट एरिया में मध्यप्रदेश ने कई पावर स्टेशन गैर कानूनी तरीके से निर्मित कर लिए और राजस्थान खामोश है । पंजाब से भाखड़ा ब्यास को लेकर लम्बे अरसे से जल विवाद चला आ रहा है ।
दोनों राज्यों के बीच विवाद सुलझाने के लिए इराड़ी कमीशन की स्थापना भी हुई थी । आज भी हरिके, रोपड़ और फिरोजपुर हैडवर्क्स पर पंजाब का नाजायज कब्जा है । बावजूद इसके सरकार चुप्पी साधे बैठी है । जबकि इससे पहले पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी ।
लाठर की छवि एक ईमानदार और कुशल प्रशासक में शुमार है । इनका रिटायरमेंट इसी साल नवंबर में होने वाला है । यदि इन्हें किसी अन्य पद पर बैठाया जाता है तो ये गहलोत के होते हुए अगले साल तक निर्विध्न तौर पर कार्य करते रहेंगे । जानकारों का कहना है कि लाठर को नियुक्त करने की गरज से अंतर राज्य जल विवाद कमेटी के चेयरमैन का पद खाली रख रखा है ।
अगर ऐसा होता है तो 1988 बैच के आईपीएस सोनी डीजीपी होंगे । 1987 बैच के लाठर इकलौते आईपीएस है । यद्यपि सोनी वर्तमान में भी पुलिस महानिदेशक (एसीबी) के पद पर कार्यरत है । लेकिन उनकी इच्छा है कि रिटायरमेंट से पहले वे एकबार डीजीपी की कुर्सी पर अवश्य बैठे ।
मुख्यमंत्री के मन मे क्या चल रहा है, यह मालूम नही । लेकिन सचिवालय के गलियारों में खबर जोरो पर है कि अफसरों के जल्द व्यापक स्तर पर तबादले की तैयारी की जा रही है । यदि लाठर के स्थान पर सोनी काबिज होते है तो भूपेंद्र कुमार डक को एसीबी का डीजी बनाया जा सकता है ।