पंचायत चुनाव का रोचक मुकाबला, पति जीता, पत्नी की जमानत जब्त, भतीजे को मिले 141 वोट

पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को हुए चुनाव के कई दिलचस्प परिणाम सामने आए हैं. जयपुर की किशनपुरा पंचायत में सरपंच प्रत्याशी हरदेव देवंदा ने 11 मतों से जीत दर्ज कराई है. वहीं हरदेव के सामने ताल ठोक रहीं उनकी पत्नी परमेश्वरी की जमानत जब्त हो गई है.

Update: 2020-01-23 09:51 GMT

जयपुर. पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को हुए चुनाव कई दिलचस्प परिणाम सामने आए हैं. जयपुर जिले की किशनपुरा पंचायत में सरपंच प्रत्याशी हरदेव देवंदा ने 11 मतों से जीत दर्ज की है. वहीं उनके सामने ताल ठोक रही उनकी पत्नी परमेश्वरी की जमानत जब्त हो गई है. पत्नी को महज 3 वोट मिले हैं. बेहद रोमांचक मुकाबले में हरदेव देवंदा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सेवाराम मावलिया को 11 वोटों से हराया है.

एक ही परिवार के तीन लोग ताल ठोक रहे थे

किशनपुरा ग्राम पंचायत में हुए इस चुनावी मुकाबले में एक ही परिवार के तीन लोग सरपंची के लिए ताल ठोक रहे थे. हरदेव देवंदा के सामने उनके भतीजे रामकुमार ने भी ताल ठोकी थी. रामकुमार को मात्र 141 वोटों से संतोष करना पड़ा. हरदेव देवंदा तीसरी बार सरपंच चुने गए हैं. इससे पहले उनके पिता झूंथाराम किशनपुरा ग्राम पंचायत के तीन बार सरपंच रह चुके हैं. इस बार मुकाबला खासा रोचक रहा.

चुनाव में 15 उम्मीदवार मुकाबले में थे

हरदेव देवंदा की पत्नी परमेश्वरी ने भी पति के साथ नामांकन दाखिल कर दिया था. इसके बाद कुनबे में कलह मच गई. कलह का मामला बढ़ गया तो हरदेव के भतीजे रामकुमार भी मैदान में आ डटे और उन्होंने खुलकर चाचा के सामने ताल ठोक दी. यहां सरपंच पद के लिए 15 उम्मीदवार मुकाबले में थे. माना जा रहा था कि जीत-हार का अंतर बेहद कम रहेगा. हरदेव देवंदा लोगों के हाथ जोड़ जोड़कर पत्नी को वोट न करने की अपील करते रहे. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और किशनपुरा की जनता ने हरदेव के पक्ष में अपना फैसला सुना दिया और उन्हें 11 वोटों से जीत मिल गई.

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