अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से निकाले गए छात्र नेताओं पर केस दर्ज, गुंडा एक्ट भी लगाने की तैयारी

. इस मामले में यूनिवर्सिटी सुरक्षाकर्मी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इन्हीं छात्र नेताओं पर गुंडा एक्ट की भी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.

Update: 2020-01-23 06:12 GMT

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से निकाले गए छात्र नेताओं पर अब मुकदमा दर्ज किया गया है. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ कैंपस में प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं नदीम अंसारी और हमजा सुफयान ने प्रॉक्टर और प्रोक्टोरियल टीम के साथ अभद्रता की थी. इस मामले में यूनिवर्सिटी सुरक्षाकर्मी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इन्हीं छात्र नेताओं पर गुंडा एक्ट की भी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. पिछले हफ्ते विरोध-प्रदर्शन कर रहे एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन से प्रॉक्टर ने भीड़ न लगाने

और बाहरी लोगों को शामिल नहीं करने को कहा. दोनों के बीच बहस हो ही रही थी कि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष नदीम अंसारी और हमजा सूफियान भी आ गए. दोनों प्रॉक्टर से उलझ गए. छात्रों के अभद्र रवैये से प्रॉक्टर भी छात्रों पर भड़कने लगे. इसके बाद छात्र नेताओं ने प्रॉक्टर को जूते दिखाते हुए गोबैक-गोबैक के नारे लगाए.

सुरक्षा की गुहार

इससे पहले कुछ दिन पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में 15 दिसंबर को छात्रों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से बंद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अपनी जान का खतरा बताते हुए प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को चिट्ठी लिखी थी. इस पत्र में उन्होंने अपनी और परिवार की सुरक्षा की बात कही है. अलीगढ़ एसएसपी ने कहा कि एएमयू के वाइस चांसलर को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.

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