प्रियंका गांधी पहुंची आज़मगढ़, NRC और CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हुए लाठी चार्ज और पुलिसिया बर्बरता में घायल महिलाओं से की मुलाक़ात

त्तर प्रदेश में CAA और NRC व NPR के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों पर हुई पुलिस बर्बरता के खिलाफ प्रियंका गांधी मुखर हो कर योगी सरकार पर हमलावर हैं।

Update: 2020-02-12 10:03 GMT

आज़मगढ़। गांधीवाद से आज भी भयभीत हैं संघी और उसकी सरकारें।संविधान के साथ छेड़छाड़ कर उसको ख़त्म करने पर उतारू केन्द्र की मोदी सरकार उसकी रक्षा करने वालों का दमन करना चाहती हैं लेकिन उसके बाद भी जनता लगातार अपना विरोध गांधीवादी तरीक़े से कर रही है।

कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी आज आज़मगढ़ के बिलरियागंज पहुंची।जहां उन्होंने पिछले दिनों CAA और NRC व NPR के विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हुए पुलिसिया बर्बरता की शिकार लोगों से मुलाक़ात की।प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में लगातार CAA और NRC व NPR के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया ज़ुल्म के शिकार लोगों से मिल रही हैं।इसी क्रम में वो आज आज़मगढ़ पहुंची हैं।आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद हैं और इस घटना के बाद से उन्हें आज़मगढ़ आने की मांग उठ रही है।उनके खिलाफ लापता होने के पोस्टर भी आज़मगढ़ में चस्पा किये गए हैं।

इसी बीच प्रियंका गांधी के आज़मगढ़ पहुंचने से यहां की राजनीति गरमा गई है।प्रियंका गांधी ने बिलरियागंज पहुंच कर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने में बैठी महिलाओं पर हुए लाठीचार्ज में घायल प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की। माना जा रहा है कि कांग्रेस अब अखिलेश यादव के गढ़ में सियासी सेंधमारी की कोशिश कर रही है। प्रियंका दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी गई थीं।

दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह आजमगढ़ के मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा था! बीते दिनों आंदोलनकारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया था। इसके साथ ही कई प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे और कई को जेल में बंद कर दिया। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने जेल में बंद प्रदर्शनकारियों से भी मुलाकात की थी। उत्तर प्रदेश में CAA और NRC व NPR के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों पर हुई पुलिस बर्बरता के खिलाफ प्रियंका गांधी मुखर हो कर योगी सरकार पर हमलावर हैं। इससे पहले वो बिजनौर मेरठ मुज़फ्फरनगर और लखनऊ में पुलिसिया बर्बरता के शिकार लोगों से मुलाक़ात कर चुकी हैं। बीते दिनों राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी पहुंची थीं।इस शिकायत पर एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।

Tags:    

Similar News