नहर में गिरा युवक ग्रामीणों का मार्ग जाम करके प्रदर्शन, पुलिस ने समझा कर खुलवाया जाम

Update: 2019-12-16 12:48 GMT

बाराबंकी

एक दिन पूर्व नहर में गिरे युवक का शव दूसरे दिन भी नही खोजा जा सका। उधर पुलिया की टूटी रेलिंग से आये दिन हो रहे हादशे से ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग जाम करके 4 घंटे तक प्रदर्शन किया इस दौरान आवागमन ठप्प हो गया। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुच कर गांव वालों को समझाते हुए आर्थिक मदद के साथ रेलिंग बनवाने का भरोशा दिलाया।

नहर में दोबा युवक बेरिया गांव का

थाना जहँगीरबाद इलाके के बेरिया निवासी पंकज लोनिया 22 पुत्र रमापति गांव के हजरत अली से साइकिल मांग कर रात 8 बजे रामनगर इलाके कटियारा स्थित अपने ननिहाल में आयोजित जन्म दिन की पार्टी में शामिल होने निकला था। बताते है नहर पुलिया की चढ़ाई पूरी करने के बाद जैसे ही पुलिया शुरू हुई युवक साइकिल रोकना चाहा लेकिन रेलिंग न होने की वजह से डगमगा कर नहर में चला गया। युवक की तलाश में दूसरे दिन सोमवार को भी ग्रामीणों ने तमाम कोसिस की लेकिन पानी का बहाव तेज होने से कोई उपाय कारगर साबित नही हुआ।

घंटो मार्ग जाम कर हुआ प्रदर्शन

जिला मुख्यालय जाने वाले मुख्य मार्ग मार्ग पर बनी पुलिया की रैलीग सालो से टूटी पड़ी है। ग्रामीणों के मुताबिक आये दिन घटनाएं होती रहती है। इससे नाराज लोगो ने पेड़ की टहनियों को मार्ग पर डाल कर धरना पर बैठ गए करीब 4 घंटे नारेबाजी के साथ हंगामेदार प्रदर्शन चला। गांव वालों की मांग है कि तत्काल रेलिंग बनवाई जाए। नहर विभाग की लापरवाही से डूबे युवक को आर्थिक मदद के साथ जमीन दी जाए। नहर का पानी बन्द करवा कर शव खोजा जाए। मौके पर पहुचे तहसीलदार और नायाब तहसीलदार थानाध्यक्ष ने मिलकर गांव वालों को समझाते हुए मांगे पूरी करने का भरोषा दिलाया। इसके बाद गांव वाले प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

पुलिया से बड़े पैमाने पर निकलते है छात्र

त्रिलोकपुर और बेरिया गांव के डिग्री कालेज , इंटर कालेज, जूनियर मॉन्टेशरी स्कूलों के हजारो छात्र दिन भर में इस टूटे रैलीग वाले पुलिया से गुजरते है। साथ ही मुख्य मार्ग होने की वजह से छोटे बड़े वाहन बाइक साइकिल सवार राहगीरों की आमद रफत हर वक्त रहती है इसके बाद भी नहर विभाग इस पुलिया की रेलिंग बनवाना जरूरी नही समझ रहा है। बेरिया के प्राधन चांद बाबू बताते है कि आये दिन लोग इस पुलिया की वजह से नहर में गिर जाते है।

हादशे के बाद बेफिक्र राहा प्रशासन

युवक के नहर में गिरने के बाद ग्रामीणों ने मार्ग जाम कर प्रसाशन का ध्यान घटना की तरफ जरूर दिलाया लेकिन शव को खोज्वाने के लिए न पुलिस विभाग न प्रसाशन की तरफ से गोताखोर मनवाए गए। न ही किसी तरह की कोई व्यवस्था की गई। सिर्फ आसपास के लोग ही नहर में उतर कर शव खोजने की जद्दोजहद में लगे रहे। यहां सवाल उठता है कि गांव के अपेशिक्षित तैराको के साथ कोई हादशा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता।

Full View

Tags:    

Similar News