राजा भैया से भी दबंग निकले कौशांबी से वोट दिलाने के ठेकेदार, खास बिरादरी के मत दिलाने के नाम पर बाहुबली राजा भैया को भी ठगा

ठेका लिए लोगों की राजा के दरबार में तलब हो रही है सूची अब उनकी नहीं होगी खैर

Update: 2019-05-26 16:21 GMT

कौशांबी कुंडा के बाहुबली राजा ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन कर कौशांबी और प्रतापगढ़ सीट पर अपने प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था 17वीं लोकसभा चुनाव में राजा समर्थक प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार पासी को अपनी खास बिरादरी का वोट दिलाने के नाम पर यूनियन के एक नेता ने बाहुबली राजा के साथ खेल खेला और चुनाव प्रचार के नाम पर उनसे मोटी रकम ठग ली।इन ठेकेदारों के पास कई अन्य दल के भी झंडे थे लेकिन चुनाव के पूर्ब राजा के दरबार मे माथा टेक कर चुनाव जिताने की जिम्मेदारी लेकर राजा के नए दल में शामिल हो गए।

कौशाम्बी के रहने वाले मत के इन ठेकेदारो का रूखा स्वभाव और जनता के बीच इनकी दूरी के चलते जनमानस में राजा की छबि नही बन सकी चुनाव प्रचार के दौरान कुंडा के बाहुबली राजा से भी यह ठेकेदार दबंग निकले लेकिन लोकसभा चुनाव में राजा की पार्टी से चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को कौशांबी की 3 विधानसभा सिराथू मंझनपुर चायल से लगभग 20 हजार ही मत मिल सके हैं जिससे बाहुबली राजा खेमे में हड़कंप मच गया

बताते चलें कि राजा का यह दल नया था जिससे संगठनात्मक ढांचा भी मजबूती से नहीं खड़ा हो सका लेकिन मत के ठेकेदारों ने राजा को वोट दिलाने का प्रलोभन देकर उन्हें जीत का दावा सब्जबाग दिखाकर कौशांबी के दर्जनों ठेकेदार राजा की पार्टी में शामिल हो गए और ठेकेदारों की बातों में आकर कुंडा के राजा ने जी तोड़ मेहनत कर कौशांबी क्षेत्र में 100 से अधिक सभा किया राज महल छोड़कर राजा गांव की गली-गली में घूमे।




 वोट दिलाने के इन ठेकेदारों ने पहले अपने स्वजातीय लोगों का एक खास बिरादरी का मत दिलाने का सपना दिखाकर राजा को ठगने वाले यह लोग कौशांबी से कोई खास मत नहीं दिला सके जिसके चलते अब ऐसे लोगों की हाजिरी लंबरदार के चौखट पर लगने लगी है ।

बाहुबली राजा के दरबार में हाजिरी लगने की बात की जानकारी होते ही इन ठेकेदारों में बेचैनी बढ़ती दिख रही है हकीकत तो यह है कि राजा को लोकसभा चुनाव में खास बिरादरी का मत दिलाने का सपना दिखाकर ठगने वाले ठेकेदारों की जमीनी हैसियत कुछ भी नहीं है भले ही अपने को कौशांबी का दारोमदार बताते हो लेकिन इनकी हैसियत अपनी बूथ जिताने की नहीं है ।

अब कौशांबी में मिले वोट की सूची राजा के दरबार में तलब की जा रही है और इन ठेकेदारों की राजा के दरबार में खैर नहीं होगी खास बिरादरी को वोट दिलाने वाले ठेकेदारों से अच्छा वोट तो निर्दलीय प्रत्याशियों को मिला है कुछ ऐसे भी निर्दलीय प्रत्याशी हैं जिन्हें इस लोकसभा चुनाव में 26000 वोट मिले हैं इन ठेकेदारों का यह कारनामा नया नहीं है पूर्व में भी इन ठेकेदारों ने कुछ लोगों को झूठा सब्जबाग दिखाकर ठग लिया था लेकिन अब राजा से ठगने के मामले में इनकी हाजिरी लम्बरदार के दरबार मे लगने लगी है जिससे यह बेचैन हो गए हैं

सुशील केसरवानी वरिष्ठ पत्रकार 

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