डॉक्टरेट डिग्री और गोल्ड मेडल से सम्मानित हुए दिलशाद हुसैन

Update: 2019-06-08 13:04 GMT

ब्यूरो रिपोर्ट

पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले जाने-माने समाजसेवी दिलशाद हुसैन जाफरी डॉक्टरेट की मानद डिग्री और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। बेंगलुरु के विद्या भारती भवन के सभागार में हुए खास कार्यक्रम में दिलशाद हुसैन को नेशनल वर्चुअल यूनिवर्सिटी फॉर पीस एंड एजुकेशन की तरफ से डॉक्टरेट की मानद डिग्री और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

विद्या भारती भवन के सभागार में हुई ग्लोबल पीस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूनिवर्सिटी फॉर पीस एंड एजुकेशन के चेयरमैन ई संतोष और रजिस्ट्रार सुंदर कुमार ने डॉक्टर दिलशाद हुसैन को मानद डॉक्टरेट की मानद डिग्री और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। मानद डिग्री से सम्मानित होने के बाद डॉक्टर दिलशाद ने दुनिया भर में अमन कायम करने के लिए मिलजुल कर काम करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर तबकों के सामाजिक और शैक्षिक विकास से ही दुनिया भर में अवन आए हो सकता है। कार्यक्रम में देशभर के जाने-माने गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

गौरतलब है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला के बुढ़ाना निवासी दिलशाद हुसैन ने दिल्ली में शिक्षा प्राप्त की है। वो करीब ढाई दशक से निस्वार्थ समाज सेवा कर रहे हैं। देशभर में अलग-अलग जगहों पर इन्होंने गरीब, बेसहारा और कमजोर तबके के लोगों के उत्थान के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। समाज सेवा के इनके जज्बे को देखते हुए पिछले साल केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने नेशनल वर्चुअल यूनिवर्सिटी फॉर पीस एंड एजुकेशन के चेयरमैन से इन्हें डॉक्टरेट की मानद डिग्री और गोल्ड मेडल प्रदान करने की सिफारिश की थी। यूनिवर्सिटी ने जावड़ेकर की सिफारिश मंजूर करते हुए दिलशाद हुसैन जाफरी को डॉक्टरेट की मानद डिग्री और गोल्ड मेडल देने का फैसला किया है।

डॉक्टर की मानद डिग्री पाकर डॉक्टर बने दिलशाद हुसैन ने अपनी इस उपलब्धि को समाज के गरीब और कमजोर तबके के साथ ही अपने सहयोगियों को समर्पित किया है जिन्होंने समाज सेवा में उनके साथ अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा गुजारा है उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह सम्मान मिलने के बाद गरीब और कमजोर तबके के प्रति उनके सेवा भाव को और हौसला मिलेगा और वह बड़े पैमाने पर जी जान से काम करेंगे।

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