मुजफ्फरनगर : आखिर जिंदगी की जंग हार गया रामलीला में झुलसा अंकित, मौत की दहलीज तक ले गया ताड़का के अभिनय का शौक

Update: 2019-10-07 11:47 GMT

मुजफ्फरनगर में एक सप्ताह पूर्व रामलीला मंचन के दौरान आग लगने से झुलसे अंकित को अभिनय का बेहद शौक था। यही शौक उसकी मौत का कारण बन गया। रामलीला में पात्र बनने के लिए वह कपड़े भी अपने पैसों से खरीदता था

अंकित उपाध्याय का परिवार रामपुरी में रहता था, कुछ दिन पूर्व ही गांधीनगर में मकान बनाकर उन्होंने रहना शुरू किया। रामलीला में मंच पर अभिनय करने का अंकित को शौक था। चार सालों से वह कई पात्रों का अभिनय कर रहा था। 21 साल का अंकित उपाध्याय एसडी कॉलेज का बीए का छात्र था। आर्थिक रूप से कमजोर होते हुए भी मंच पर काम करने को लेकर वह उत्साहित रहता था। तीन भाइयों में अंकित बीच का था। 

30 सितंबर रविवार रात मोहल्ला रामपुरी में रामलीला मंचन के दौरान ताड़का वध का मंचन किया जा रहा था। यहां राक्षसी ताड़का के किरदार में गांधीनगर निवासी अंकित मुंह से आग निकालने का करतब दिखा रहा था। इसी दौरान उसके कपड़ों में अचानक आग लग गई। आग की लपटें देख मंडप में भगदड़ मच गई। दर्शकों और कमेटी पदाधिकारियों ने बमुश्किल युवक के कपड़ों से आग बुझाई। वहीं हादसे में युवक गंभीर रूप से झुलस गया। कमेटी सदस्यों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां से चिकित्सकों ने उसे मेरठ रेफर कर दिया। युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

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