ऑपरेशन क्लीन-4 के तहत 73 डग्गामार बसों को पुलिस ने पकड़ा

Update: 2019-07-05 02:39 GMT

(धीरेन्द्र अवाना)

नोएडा।जिले में अवैध कार्यों व मानकों का पालन ना करने वाले लोगों के खिलाफ पिछले चार दिनों से एसएसपी वैभव कृष्ण के निर्देश पर ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है।जिसके तहत तीन दिनों में स्पा,अतिक्रमण व ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई और चौथे दिन डग्गामार बसों पर नकेल कसी गई।जिले में ऑपरेशन क्लीन-4 के तहत डग्गामार बसों पर नकेल कसी गई।ऑपरेशन सुबह पांच बजे शुरू होकर आठ बजे तक चला। तीन घंटे के इस अभियान में यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट से लेकर दिल्ली के चिल्ला बार्डर के बीच डग्गामारी कर रही 73 बसों को जब्त किया गया।उनके खिलाफ पुलिस ने सीज व चालान की कार्रवाई की। रूट परमिट नहीं होने से पुलिस द्वारा यह कार्रवाई की गई।कार्रवाई के दौरान परिवहन विभाग की टीम भी मौजूद रही।

आपको बता दे कि दिल्ली से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार तक सवारी लेकर जाने-आने वाली निजी बसों के खिलाफ गुरुवार को जिला प्रशासन ने एक संयुक्त अभियान चलाया और 73 बसों को जब्त किया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मीडिया प्रभारी प्रभात दीक्षित ने बताया कि दिल्ली से पूर्वांचल और बिहार के लिए सवारी भरकर चलने वाली निजी बसों के खिलाफ आज जिला प्रशासन, परिवहन विभाग तथा पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया। इसके तहत नोएडा,ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस वे पर औचक जांच की गई।जिसमें नियमों का उल्लंघन करने वाली 73 बसों को जब्त किया गया।

मीडिया प्रभारी ने बताया कि ये बसें अवैध रूप से संचालित की जा रही थी।बसों का प्राइवेट पार्टी ढोने का नेशनल परमिट है, लेकिन बस मालिक इसका इस्तेमाल यात्री ढोने के लिए कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी अवैध रूप से संचालित 50 बसों को जिला प्रशासन ने जब्त किया था।परमिट के नियमों का उल्लंघन करके चलाई जा रही निजी बसों को जब्त करने से आक्रोशित ऑल इंडिया लग्जरी बस यूनियन के अध्यक्ष श्यामलाल गोला के नेतृत्व में बस मालिकों ने जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन तथा नारेबाजी की। यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि उनके पास ऑल इंडिया के परमिट सहित सभी कागजात हैं। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन मनमाने तरीके से कार्रवाई कर रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि आज सुबह कार्रवाई के दौरान बस के चालकों और अन्य कर्मचारियों के साथ पुलिस ने मारपीट की तथा बसों के टायर पंचर कर दिए।उन्होंने आरोप लगाया कि बसों में सवार महिलाएं, बच्चे, बूढ़ों को जिला प्रशासन के कर्मियों ने जबरन बस से सड़क पर उतार दिया।जिला प्रशासन के इस अभियान के चलते बसों में सवार यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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