नोएडा: फर्जी दस्तावेज बनाने का कारोबार चरम पर, साइबर कैफे में बनाये जाते है फर्जी दस्तावेज

Update: 2021-08-06 10:12 GMT

नोएडा/ललित पंडित: दस्तावेज इंसान की जिंदगी में अहम रोल अदा करते है। दस्तावेज के आधार पर ही किसी व्यक्ति की पहचान की जाती है व अहर्ता जाँचने के लिए भी दस्तावेज माध्यम बनते है। ऐसे में अगर दस्तावेज ही फर्जी रूप से तैयार कर लिए जाए तो व्यक्ति किसी भी बड़ी आपराधिक घटना को आसानी से अंजाम देकर फरार हो सकता है। आजकल मकान किराए पर लेने हेतु, सिम कार्ड लेने हेतु, बैंक एकाउंट खुलवाने हेतु, नौकरी आवेदन हेतु व लगभग सभी सरकारी/गैर सरकारी आवेदनों में दस्तावेज अहम रोल अदा करते है।


हमारी टीम को मिली सूचना की तस्दीक करते हुए कई ऐसे तथ्य सामने आए जोकि चौकाने वाले थे। दरअसल बीते दिनों हमारी टीम को सूचना मिली कि जनपद में स्तिथ कई कंपनियों में स्थानीय निवासियों को नौकरी नही दी जाती है। जिसके चलते कुछ साइबर कैफे संचालक स्थानीय निवासियों को नौकरी के पात्र बनाने हेतु उनके फर्जी दस्तावेज बनाते है। जिसके आधार पर स्थानीय निवासियों की नौकरी कंपनियों में लग जाती है।


हमारी टीम के द्वारा सूचना की तस्दीक की जाती है व जब दस्तावेज बनवाने के लिए साइबर कैफे संचालको से जानकारी की तो पता चला मात्र 2 से 3 हज़ार रुपये में बचपन से युवावस्था तक के सभी दस्तावेज तैयार कर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसी सूचना की पुष्टि के लिए हमारी टीम ने द्वारा ललित पंडित नाम से दस्तावेज बनवाने का आर्डर दिया गया। जिसपर पेमेंट करने के मात्र आधे घंटे में आधार कार्ड जिसपर कानपुर का पता प्रिंटेड है। 10वी कक्षा की मार्कशीट, आईटीआई की मार्कशीट तैयार कर उपलब्ध करा दी गयी।

फर्जी दस्तावेज बनाने वालों में हमारी टीम को कई साइबर कैफे की जानकारी प्राप्त हुई जिसमें जेवर व रबूपुरा थाना क्षेत्र में स्तिथ कैफ़े बड़े स्तर पर इस कार्य को अंजाम दे रहे है।

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