नोएडा पुलिस की बड़ी सफलता, बाईक बोट कम्पनी का एक ओर डायरेक्टर गिरफ्तार

Update: 2019-07-10 11:20 GMT

 गौतमबुद्धनगर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण द्वारा गठित एसआईटी (एनईओडब्लू) द्वारा थाना दादरी मे पंजीकृत अभियोग मे वांछित चल रहे अभियुक्त राजेश भारद्वाज पुत्र शंकर लाल शर्मा (डायरेक्टर बाईक बोट पावर्ड बाई गर्वित इन्नोवेटिव प्रमोटर्स लिमेटेड) को गिरफ्तार किया गया है।


एसएसपी ने बताया की गिरफ्तार अभियुक्त बाईक बोट कम्पनी (जीआईपीएल) मे डायरेक्टर के पद पर 2017 से नियुक्त था। अभियुक्त दसवी फेल है। इसके द्वारा सर्वप्रथम सिक्योर लाईफ कम्पनी चलाई जो जनकपुरी दिल्ली मे वर्ष 2001 से अब तक चल रही है जिसमे इसके द्वारा मार्केटिंग का काम किया जाता था। इसके द्वारा धूपबत्ती अगरबत्ती बनाकर खुर्जा कस्बा मे बेचने का काम किया जाता था। इसी दौरान इसकी मुलाकत संजय भाटी से हुई तब संजय भाटी द्वारा इसे बताया गया कि मेरी एक कम्पनी गर्वित इन्नोवेटिव प्रमोटर्स लिमेटेड वर्ष 2010 से आरओसी मे रजिस्टर्ड है अब मे आॅनलाइन ओला उबर कैब की तरह बाईक टैक्सी चलाना चाहता हूं। इसके लिये मे बाईक बोट प्रोजेक्ट को लांच कर रहा हू और इसको उक्त कम्पनी मे शामिल करने की बात कही गयी इसके बाद राजेश भारद्वाज द्वारा उक्त कम्पनी को 2017 मे ज्वाइन किया गया। इसके द्वारा कम्पनी के प्रमोशन कार्यक्रम मे जनता को कम्पनी की स्कीम के बारे मे जानकारिया दी गयी।

उन्होंने बताया की आरोपी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ उक्त कम्पनी द्वारा एक फर्जी स्कीम ''बाईक बोट'' नाम से बनाई गयी, जिसके अन्तर्गत एक टैक्सी बाईक के लिए कुल 62,100/-हजार रूपये निवेष करना होता था, जिसके बदले कम्पनी 6765/रूपये प्रतिमाह एक वर्ष तक लाभ देने की बात कही गयी थी। कम्पनी से राजेश भारद्वाज को करीब दो ढाई करोड रूपये प्राप्त हुये जिससे इसके द्वारा स्लीइओ कन्ट्री सोसाइटी मे एक फ्लैट व एक होंडा गाडी खरीदी गई। अभियुक्त द्वारा कम्पनी मे प्रमोशन कार्यक्रमो के माध्यम से लाखो लोगो को कम्पनी मे निवेश करने के लिये प्रलोभन दिया गया है एवं कम्पनी के एमडी संजय भाटी व अन्य डायरेक्टर द्वारा साथ मिलकर धोखाधडी कर एक षडयंत्र के तहत लोगो की करोडो रूपये की जमा पूंजी को हडप लिया गया।

इस केस की जांच एसएसपी द्वारा गठित की गई एसआईटी (एनईओडब्लू) के प्रभारी निरीक्षक शीलेश कुमार यादव कर रहे है। इस केस में अब तक तीन लोग जेल जा चुके है जबकि करोड़ों रूपये कीमत की चार पहिया और दोपहिया वाहन पकड़े जा चुके है। इस केस की मॉनिटरिंग एसपी ग्रामीण विनीत कुमार और खुद नोएडा के कप्तान वैभव कृष्ण अपनी देखरेख में करा रहे है। इस केस में कई हजार करोड़ का घोटाला हुआ है जिसमें कई बड़े खुलासे भी हो चुके है। देश के भोले भाले लोग बड़े लालच के चलते इन स्कीमों में अपना पैसा लगकर डुबो देते है।

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