नोएडा पत्रकार प्रकरण में एसएसपी सख्त, पुलिस कर्मियों के खिलाफ होगी कार्यवाही

एसएसपी ने कहा पत्रकार को घायल करने के मेरे 2 कांस्टेबलों पर लगे आरोप को गलत पाया गया विक्टिम पत्रकार को नशे में धुत लोगों ने मौके पर ही पिटाई की है. जिसकी पहचान की जाएगी. नोएडा पुलिस अपने लोगों के अनुशासन के लिए प्रतिबद्ध है.

Update: 2019-09-21 03:33 GMT

नोएडा में बीती शाम पत्रकार राहुल कादयान प्रकरण पर एसएसपी वैभव कृष्ण ने सख्ती दिखाई. एसएसपी ने इस मामले की जांच क्षेत्राधिकारी प्रथम नोएडा श्वेताभ पाण्डेय से कराकर पूरा मामले का खुलासा किया. चूँकि मामला मीडिया कर्मी से संबंधित था तो जांच भी तीव्रगति से करने के निर्देश जारी हुए थे. 

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि 20 सितंबर की शाम को सोशल मीडिया पर एक समाचार प्रसारित हुआ. जिसमें यह आरोप लगाया गया था एक पत्रकार राहुल कादयान को थाना सेक्टर 20 पर तैनात दो सिपाहियों द्वारा पिटाई की गई है. जिसमें मीडिया कर्मी राहुल कादयान को गंभीर चोटें आई हैं. इसकी जानकारी मिलते ही एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण ने एक तथ्यात्मक जांच क्षेत्राधिकारी प्रथम श्वेता पांडे से कराई इस जांच में इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. 

एसएसपी ने बताया कि सीओ श्वेताभ पांडे द्वारा की गई जांच के मुताबिक राहुल कादयान इंडिया न्यूज़ चैनल में स्पोर्ट्स प्रोड्यूसर के पद पर तैनात है. जो 19 सितंबर को अपने साथी राजीव के साथ अपने एक मित्र के जन्मदिन के समारोह जो डीएलएफ मॉल के एक बार में मनाया जा रहा था उसमें शामिल हुए थे. समारोह में अत्यधिक शराब सेवन करने के बाद राहुल मित्र राजीव के साथ सेक्टर 18 मेट्रो के नीचे कब का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच 6 , 7 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उन पर और उनके मित्र राजीव पर हमला कर दिया. जिसमें यह प्रतीत होता है कि यह हमला पूर्व के किसी विवाद को लेकर हुआ था. यह सारा घटनाक्रम गुलाटी रेस्टोरेंट के सामने मेट्रो स्टेशन के नीचे हुआ. जिसके चश्मदीद साक्षी रेस्टोरेंट के मैनेजर चंद्र कुमार हैं. चंद्र कुमार ने बताया कि जब यह झगड़ा हो रहा था. इसी बीच में भी वहां पहुंचा. राहुल कादयान के द्वारा मारपीट करने वाले लोगो ने इनके साथ अपने बैग से मारपीट की. जिसमें इनके आंख पर चोट आई और इनका एक दांत टूट गया. उस वक्त तक वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था. 

उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद वहां पर सेक्टर 20 थाना की लेपर्ड 2 मौके पर पहुंची, जिस पर कार्यरत सिपाही प्रदीप भाटी और नीरज पुंडीर हूटर बजाते हुए पहुंचे तो इन्हें रुकने का इशारा किया गया. जिस पर रुककर देखा तो इनकी और पुलिस कर्मियों की कुछ बहस हुई तब तक डायल 100 भी आ गई. मौजूद पुलिस कर्मियों ने इन्हें गाडी में बिठाकर पुलिस चौकी 18 पर ले जाया गया. जहाँ चौकी इंचार्ज राघवेंद्र सिंह ने इनसे पूंछा कि आप अपने किसी परिजन को बुला लो जो जिसके सुपर्द हम आपको कर सके. चूँकि शराब का अत्यधिक सेवन और मारपीट के चलते साथ ही इनका मोवाइल भी टुटा हुआ था जिसके कारण किसी परिजन से बात नहीं हुई और इनको चौकी से थाना सेक्टर 20 लाया गया. 

एसएसपी ने कहा कि इसके बाद इनकी डॉ रात में ही सरकारी अस्पताल में कराई गई जहाँ डॉ ने इन्हें अत्यधिक शराब का सेवन करना बताया गया . उसके बाद इनको थाना पर रखा गया और इनके सिम को दुसरे सही मोवाइल में डालकर इनकी पत्नी को सूचना दी गई जो सुबह आकर ले गई. इसके बाद भी नोएडा पुलिस किसी भी व्यक्ति के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं कर सकती. इस व्यवहार के लिए हम खेद प्रकट करते है. साथ ही उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ़ भी अनुशासनिक कार्यवाही करने का आदेश भी देते है. 

एसएसपी ने कहा पत्रकार को घायल करने के मेरे 2 कांस्टेबलों पर आरोप गलत पाया गया विक्टिम पत्रकार को नशे में धुत लोगों ने मौके पर ही पिटाई की है. जिसकी पहचान की जाएगी. नोएडा पुलिस अपने लोगों के अनुशासन के लिए प्रतिबद्ध है. 

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