दलित न होते तो क्या होता प्रो रविकांत पर हमला?
गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढि गढि काढैं खोट। अंतर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट।।
गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढि गढि काढैं खोट। अंतर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट।।
कांग्रेस के साथ चलकर या कांग्रेस से अलग हटकर बीजेपी का विकल्प होगा- इस सवाल का उत्तर खोजे बगैर ममता के बढ़ते कदम ऐसा नहीं लगता कि किसी निश्चित लक्ष्य...
आम लोगों को उनकी भाषा में न्याय मिले- इस सोच को कौन नहीं सराहेगा?
अतिक्रमण मुक्ति अभियान राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है।
संसद में दी गयी जानकारी के मुताबिक पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से 2020-21 में 3.719 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने जुटाए।
कांग्रेस खुश है कि पीके ने उसके ऑफर को ठुकरा दिया।
राजद्रोह की धाराओं का जितना दुरुपयोग इस देश में हुआ है उतना किसी और धारा का नहीं..'
मोहन भागवत इतनी ऊंची सोच रखते हैं तभी तो ‘अखण्ड भारत’ तक वे सोच पाए हैं।