बिहार में 12 बार कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले बुजुर्ग पर FIR, खुलासा किया कैसे लगवाए टीके और गिनाए फायदे

ब्रह्मदेव ने कहा था कि जब से मैंने वैक्सीन लेना शुरू किया है तब से मैं कभी बीमार नहीं पड़ा और मेरे स्वास्थ्य में सुधार होने लगा है। उन्होंने कहा था कि अब वे कोविड वैक्सीन की 11 खुराकें ले चुके हैं। उनके इस दावे ने स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में खड़ा कर दिया।;

Update: 2022-01-09 10:43 GMT

पटना। बिहार के मधेपुरा में 84 साल के ब्रह्मदेव मंडल ने कोरोना वैक्सीन की 12 डोज लगवाई हैं। उन्होंने अलग-अलग आईडी कार्डों का उपयोग करके कोरोना वैक्सीन के डोज लगवाए हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पुरैनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों का कहना था कि बुजुर्ग ने हेल्थ टीम को गुमराह करके वैक्सीन लगवाई है। इसलिए थाने में शिकायती पत्र दिया है। पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच कर रहे हैं।

बता दें कि ब्रह्मदेव ने कहा था कि जब से मैंने वैक्सीन लेना शुरू किया है तब से मैं कभी बीमार नहीं पड़ा और मेरे स्वास्थ्य में सुधार होने लगा है। उन्होंने कहा था कि अब वे कोविड वैक्सीन की 12 खुराकें ले चुके हैं। उनके इस दावे ने स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में खड़ा कर दिया था। क्योंकि, नागरिकों को वैक्सीन की डबल डोज ही लगाई जा रही हैं, ऐसे में एक शख्स को 12 डोज लगने का अनूठा और पहली बार मामला सामने आया था। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस वादे पर जांच की तो सामने आया कि बुजुर्ग ने अलग-अलग आईडी के जरिए वैक्सीन लगवाई है।

पहला टीका सालभर पहले लगवाया था, फायदा मिला तो बार-बार लगवाया

मामला मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल स्थित ओराय गांव का है। पुरैनी थाने के एसएचओ दीपक चंद्र दास ने कहा कि ब्रह्मदेव मंडल सेवानिवृत्त पोस्टमास्टर हैं और उन्होंने पहले दावा किया था कि वैक्सीन के 11 डोज लगवाए हैं। उन्होंने पिछले साल 13 फरवरी को पुरैनी पीएचसी में और अगले 13 मार्च को उसी केंद्र में अपना पहला टीका लगवाया था। इसके बाद उन्होंने कुल 12 टीके लगवा लिए थे। उनका दावा था कि इस वैक्सीन से उन्हें काफी फायदा भी हुआ है जिसकी वजह से वो इसे बार-बार ले रहे हैं।

ऐसे लगवाए टीके

ब्रह्मदेव मंडल ने बताया कि बीते रविवार को भी वैक्सीन लेने के लिए चौसा पीएचसी आए थे लेकिन वहां वैक्सीनेशन बंद होने के कारण 12वां डोज नहीं ले सके। डाक विभाग से रिटायरमेंट के बाद गांव में ही रहते हैं। ब्रह्मदेव मंडल के इस दावे के बाद सवाल उठने लगा कि आखिर एक व्यक्ति को 12 बार टीका कैसे लग गया। इस पर ब्रह्मदेव मंडल ने खुद ही खुलासा किया कि उन्होंने 8 बार आधार कार्ड और 4 बार मतदाता पहचान पत्र से टीका लिया। इस दौरान उन्होंने तीन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया।

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