छलका दर्द: लालू यादव बोले, हम तड़पते रह गए और बिहार में हो गया.......!

कार्यकर्ताओं को सम्‍बोधित करते हुए पार्टी सुप्रीमो लालू यादव का दर्द छलक आया। लालू ने कहा कि बिहार में हमारी अनुपस्थिति में चुनाव हुआ। हम तड़पते रह गए।

Update: 2021-07-05 10:15 GMT

पटना। राष्ट्रीय जनता दल आज यानी सोमवार को अपना 25वां स्थापना दिवस मना रही है। जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद लालू यादव करीब साढ़े तीन साल बाद पहली बार कार्यकर्ताओं को वर्चुअल संबोधित किया पार्टी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने लोजपा के दिवंगत नेता रामविलास पासवान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।  कार्यकर्ताओं को सम्‍बोधित करते हुए पार्टी सुप्रीमो लालू यादव का दर्द छलक आया। लालू ने कहा कि बिहार में हमारी अनुपस्थिति में चुनाव हुआ। हम तड़पते रह गए। हमें मलाल है? तेजस्वी से बात होती रहती थी। उसने कहा कि पापा चिंता मत कीजिए। हम लोगों से निपट लेंगे। 

लालू ने राष्‍ट्रीय जनता दल के गठन से लेकर अभी तक के संघर्ष के बारे में विस्‍तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि रामकृष्‍ण हेगड़े के परामर्श से पार्टी का नाम राष्‍ट्रीय जनता दल रखा गया था। पार्टी के स्‍थापना काल से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि समाजवादियों ने संघर्ष छेड़ा कि मंडल कमीशन लागू करो। उस समय की सरकार ने गाड़ी रोककर रास्ते में कुटाई कराई, फिर हम लोग दिल्ली पहुंचे। नारा बुलंद किया कि मंडल कमीशन लागू करो। इंडिया गेट से हमलोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, बाद में रिहा कर दिया गया।

लालू ने कहा कि आज आरजेडी की मजबूती लोकसभा, राज्यसभा में भी है. लोकसभा और विधानसभा में मैं जाना चाहता था, नहीं पहुंच सका. इसका बड़ा मलाल है, पर तेजस्वी के नेतृत्व में हमने शानदार प्रदर्शन किया. लालू ने अपने संघर्ष को याद कर लोगों को संदेश दिया और कहा कि पहले किसी का मजाल नहीं था कि वो कुर्सी पर बैठ जाये. पहले गरीब को खटिया पर बैठने नहीं दिया जाता था, हमारे समय में पहली बार गरीब बूथ तक जाना शुरू किया.

लालू यादव ने कहा कि आज नारा लगाया जा रहा है कि अयोध्या के बाद मथुरा, आखिर देश में क्या करना चाहती है सरकार. आरजेडी के लोगों को सामाजिक ताना बाना को मजबूत रखने को कहें. आज संसद में बहस तक नहीं होने दिया जाता है.

लालू यादव ने कार्यकर्ताओं जोश दिलाते हुए कहा कि लालू यादव मिट जाएगा पर पीछे नहीं हटेगा. बिहार में पिछड़ों-दलितों को साफ संदेश देना चाहता हूं. गरीबों के बच्चों के लिए चरवाहा विद्यालय तक खोला, लेकिन आज लोग मजाक बनाते हैं कि लालू ने चरवाहा विद्यालय खोला. लोगों ने पहले का समय नहीं देखा है.

बता दें कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान जब तेजस्वी यादव राजद की बागडोर संभाल रहे थे, तब उनकी छवि को बेदाग दिखाने के लिए लालू यादव की तस्वीरों वाले सभी बैनर, पोस्टर और होर्डिंग हटवा दिए गए थे। उल्लेखनीय है कि उस समय लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में जेल में बंद थे। ऐसे में अब पार्टी के पोस्टरों में उनकी वापसी के खूब सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।


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