जानिए आईएएस बनी अंजू शर्मा के बारे में जो 10वीं और 12वीं में हो गई थी फेल फिर भी 22 साल की उम्र में बन गई अधिकारी

गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी अंजू शर्मा दसवीं क्लास में प्री बोर्ड परीक्षा में केमिस्ट्री में फेल हो गई थी फिर वह 12वीं में इकोनॉमिक्स के पेपर में भी फेल हो गई थी लेकिन फिर भी वह कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रही

Update: 2023-04-11 15:20 GMT

गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी अंजू शर्मा दसवीं क्लास में प्री बोर्ड परीक्षा में केमिस्ट्री में फेल हो गई थी फिर वह 12वीं में इकोनॉमिक्स के पेपर में भी फेल हो गई थी लेकिन फिर भी वह कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रही और पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास कर आईएएस अफसर बन गई। बोर्ड की परीक्षा में फेल होने या अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड ना होने के बावजूद उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी और ना ही उनको कभी अपने करियर खराब होने का डर सताया। वह आगे बढ़ी और उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर मन में जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर गुजर सकता है।

गुजरात कैडर की IAS अधिकारी अंजू शर्मा ने। 1991 बैच की IAS ऑफिसर अंजू शर्मा 10वीं क्लास की प्री बोर्ड परीक्षा में केमिस्ट्री में फेल हो गई थीं और फिर 12वीं में इकोनॉमिक्स के पेपर में भी वह फेल हो गई थी। इन सब असफलताओं के बाद भी अंजू ने कभी हार नहीं मानी और उनका साथ हमेशा उनकी मां ने दिया। उन्होंने अंजू को यह बात समझाई कि उन में कमी नहीं है। बस उनकी प्लानिंग सही नहीं है।

अंजू ने आगे की पढ़ाई की और 12वीं पास करने के बाद उन्होंने जयपुर से बीएससी किया और कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रही। अंजू अपने संघर्ष के बारे में खुद बताती हैं और कहती हैं कि मुझे दसवीं और बारहवीं में फेल होने के बाद अहम सीख मिली। इसके बाद अंजू कहती हैं कि उन्होंने प्री बोर्ड परीक्षा के दौरान बहुत सारे चैप्टर कवर करने थे। उसके पहले उन्हें थोड़ी सी घबराहट होने लगी क्योंकि उनकी तैयारी अच्छी नहीं थी।

"गुजरात कैडर की IAS अधिकारी अंजू शर्मा 10वीं क्लास की प्री बोर्ड परीक्षा में केमिस्ट्री में फेल हो गई थीं और फिर 12वीं में इकोनॉमिक्स के पेपर में भी, लेकिन फिर वह कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं और पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर अफसर भी दो बार फेल होने के बाद भी अंजू निराश नहीं हुईं, बल्कि उन्होंने सीख ली कि परीक्षा से ठीक पहले की तैयारी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। परीक्षाओं की तैयारी पहले से ही शुरू कर देनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने अपनी ग्रैजुएशन की पढ़ाई के साथ ही UPSC की तैयारी भी शुरू कर दी।

अंजू ने महज 22 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को पास कर लिया। अंजू का कहना है कि यूपीएससी की परीक्षा हो या बोर्ड की परीक्षा ही है एक बार की असफलता से आप निराश होने के बजाय उसे अपने एक्सपीरियंस के तौर पर लीजिए।आपके पास कई मौके होते हैं, सफलता हासिल करने के लिए, बस कोशिश करते रहें।

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