छपरा हत्याकांड : जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण सहित सात पर एफआईआर

कल देर शाम हुए बीच बाजार में दरोगा एवं हवलदार की हत्या मामले में एसआईटी के एक दरोगा ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण एवं उनके भतीजा सुबोध कुमार सहित सात लोगों को नामजद किया है।

Update: 2019-08-21 09:12 GMT

छपरा : जिले के मढ़ौरा में कल देर शाम हुए बीच बाजार में दरोगा एवं हवलदार की हत्या मामले में एसआईटी के एक दरोगा ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण एवं उनके भतीजा सुबोध कुमार सहित सात लोगों को नामजद किया है। 

हालांकि पुलिस इस मामले में खुलकर कुछ भी बोलने से बच रही है लेकिन स्पीकर किशोर ने बताया कि जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण को इस मामले में उनके साथ सहयोगी के साथ नामजद किया गया है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि जिला परिषद अध्यक्ष व्यवसायिक प्रतिष्ठान की ओर स्कॉर्पियो एसआईटी टीम को देखते हुए विरोधी समझ कर फायरिंग कर दीं, इस घटना में एसआईटी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार और सिपाही फारुख की मौत हो गई.

इस मामले के बाद जिला परिषद अध्यक्ष भूमिगत हो गए हैं वहीं इस घटना को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें सुनी जा रही है परंतु गलतफहमी में फायरिंग होने की घटना लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रहा है।

बता दें कि जिला परिषद अध्यक्ष मीना के पति अरुण कुमार सिंह यूपी के रेवती थाना में दोहरे हत्याकांड में फिलवक्त बलिया जेल में बंद है ।अरुण सिंह सालिमपुर पंचायत के मुखिया भी हैं और लगभग 1 वर्षों से मुखिया का पद रिक्त है। अरुण सिंह पर कई बार जानलेवा हमला हो चुका है और उनकी लड़ाई सलीमापुर पंचायत के पूर्व मुखिया मुन्ना ठाकुर से है.

मुखिया मुन्ना ठाकुर इन दिनों हत्या के एक मामले में गया जेल में जाता है। इधर घटना को लोगों में जो चर्चा चल रही है उसमें लोगों का कहना है कि बीच5 बाजार में बोलेरो ब्लू ओपन बोलेरो में बीच बाजार में AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार को देखकर जिला परिषद अध्यक्ष समर्थक उसे विरोधी मान बैठे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिससे घटना घट गई.

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