पत्रकारों के सवालों का जवाब क्यों नहीं दे सके डिप्टी सीएम सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा आप बैंक से जुड़े मुद्दे पुछते है तो हम जवाब दे पायेंगे।

Update: 2019-06-19 10:18 GMT

बिहार। मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 113 पहुंच गई है। मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में लगभग 450 बच्चे एडमिट हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण बच्चों की मौतों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया, डिप्टी सीएम कहते हैं, "मैंने आपको पहले ही बताया था कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बैंकिंग समितियों के बारे में है" आप बैंक से जुड़े मुद्दे पुछते है तो हम जवाब दे पायेंगे। इसके अलावा कोई विषय होगा उसके लिए अलग प्रेस कांफ्रेस होगी उसमें जवाब दिया जायेगा।

आपको बतादे कि मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। चमकी बुखार से बच्चों की मौत पर दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं। वहीं चमकी बुखार की आंच अब मोतिहारी तक पहुंच गई है, जहां एक बच्ची बुखार से पीड़ित है। चमकी बुखार के रोकथाम को लेकर अब तक जो भी प्रयास किए जा रहे हैं वो स्थिति को देखते हुए नाकाम साबित हो रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन पूरी टीम के साथ रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे और डॉक्टरों को क्लीन चिट देते हुए कहा कि अस्पताल पूरी कोशिश कर रहा है। तो पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पहुंचे थे। सुविधाओं की कमी और खराब इलाज को लेकर प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री वापस जाओ के नारे लगाए थे।


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