लाखों सदस्यों को जोड़ने वाली बीजेपी को क्यों मिले इतने वोट जबकि कांग्रेस और बसपा की कुनवा डूब गया

दिल्ली में बीजेपी और कांग्रेस और बसपा को मिलकर भी चालीस लाख आंकड़ा नहीं हुआ पार

Update: 2020-02-12 11:35 GMT

दिल्ली के चुनावों में अरविंद केजरीवाल का जादू वोटरों के सिर पर चढ़कर बोला. मंगलवार को आए नतीजों में आम आदमी पार्टी ने एक तरफा जीत हासिल की और भारतीय जनता पार्टी के सारे दावे औंधे मुंह गिर गए. दिल्ली में बीजेपी सिर्फ 8 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई और AAP ने 62 सीटों पर विजयी परचम लहराया. वहीं कांग्रेस का वोट प्रतिशत सिंगल डिजिट में ही सिमट गया.

सदस्यों की संख्या के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में सिर्फ 39 फीसदी वोट ही बटोर पाई. पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में सदस्यता अभियान चलाया था, जिसके बाद उसके कुल सदस्यों की संख्या 18 करोड़ तक पहुंच गई थी.

राजधानी दिल्ली में भाजपा के सदस्य लाखों में हैं, पिछले साल चलाए गए कैंपेन में पार्टी ने 10 लाख से अधिक लोगों को जोड़ने का दावा किया था.

दिल्ली की आठ सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी को कुल 38.51 फीसदी वोट मिले. अगर इन वोटों को आंकड़े में उतारें तो दिल्ली में बीजेपी को कुल 35,75,430 वोट मिले हैं.

दिल्ली में किस पार्टी को मिले कितने वोट?

आम आदमी पार्टी: 53.57 फीसदी, 4974522 वोट

भारतीय जनता पार्टी: 38.51 फीसदी, 3575430 वोट

कांग्रेस: 04.26 फीसदी, 395 924 वोट

बीएसपी {0.71%}

NOTA {0.46%}

सीपीआई {0.02%}

सीपीआईएम {0.01%}

जेडी(यू) {0.91%}

एलजेपी {0.35%}

एनसीपी {0.02%}

आरजेडी {0.04%}

आरएलडी {0.01%}

एसएचएस {0.20%}

एआईएफबी {0.00%}

अन्य {0.91%}

आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी को पिछले विधानसभा चुनाव में मात्र 3 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि इस बार पांच सीटें अधिक हुई हैं. चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी 45 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही थी, लेकिन वो सिर्फ कागजों में ही रहा. जमीन पर आम आदमी पार्टी की सुनामी देखने को मिली जिसका असर नतीजों में भी दिखा.

बीजेपी ने दिल्ली में बदरपुर, गांधीनगर, घोण्डा, करावल नगर, लक्ष्मी नगर, रोहिणी, रोहतास नगर और विश्वासनगर विधानसभा में जीत दर्ज की है.   

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