गृहमंत्रालय की यह बात सुनकर शाहीन बाग़ के लोंगों के उड़े होश, अमित शाह की मीटिंग का सच आया सामने
इस पर गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, 'गृह मंत्री अमित शाह के साथ ऐसी कोई मुलाकात कल तय नहीं है।'
गृह मंत्रालय का कहना है कि अमित शाह और शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों की मुलाकात तय नहीं है
प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को दावा किया था कि वे रविवार दोपहर शाह से मुलाकात करने वाले हैं
दरअसल, शाह ने इससे पहले कहा था कि वह सीएए के मसले पर किसी से भी बातचीत को तैयार हैं
नई दिल्ली: शाहीन बाग में दो महीने से धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि वे रविवार दोपहर गृह मंत्री अमित शाह से नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर मुलाकात करेंगे। यह खबरें दिनभर सुर्खियां बनाती रहीं, लेकिन शाम होते-होते गृह मंत्रालय ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई मीटिंग तय नहीं है।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के शाहीन बाग पर मुलाकात के न्योते को स्वीकार कर लिया है और रविवार दोपहर 2 बजे उनसे मिलने जाएंगे। इस पर गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, 'गृह मंत्री अमित शाह के साथ ऐसी कोई मुलाकात कल तय नहीं है।'
पहले ऐसी खबर आ रही थी कि रविवार को प्रदर्शनकारी महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करेगा। उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं है। उन्होंने कहा, 'अमित शाह जी ने पूरे देश को न्योता देते हुए कहा था कि कोई भी उनसे मिलकर नागरिकता संशोधन कानून से जुड़े मसले पर चर्चा कर सकता है। इसलिए, हम सभी दोपहर 2 बजे उनसे मिलने जाएंगे। हमारा कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं है, जिसे सीएए से दिक्कत है, वे उनसे मिलेंगे।'
Ministry of Home Affairs (MHA) sources on protestors at Shaheen Bagh claiming to meet Union Home Minister Amit Shah tomorrow at 2 pm to discuss issues related to #CitizenshipAmendmentAct: No such meeting is scheduled with the Union Home Minister Amit Shah for tomorrow. https://t.co/9sNTUoHvqj pic.twitter.com/F6Tcmr4imD
— ANI (@ANI) February 15, 2020
दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह ने हमारे सहयोगी 'टाइम्स नाउ' के समिट में शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर कहा था कि अगले तीन दिन में सीएए को लेकर कोई भी उनसे आकर मुलाकात कर सकता है। उन्होंने कहा था कि अगर इस कानून से किसी को दिक्कत है तो वह उनसे बातचीत को तैयार हैं।