अमेरिकी और इस्राईली सामान के बाॅयकाॅट की मांग, अरबों डाॅलर का हो सकता है नुक़सान

मिस्र के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय अलअज़हर के अधिकारियों और प्रोफ़ेसरों ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के फ़ैसले पर विरोध जताते हुए मिस्री जनता से अमरीकी और इस्राईली उत्पादन का बहिष्कार और बाॅयकाॅट करने की मांग की है।

Update: 2017-12-10 06:11 GMT
मिस्र के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय अलअज़हर के अधिकारियों और प्रोफ़ेसरों ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के फ़ैसले पर विरोध जताते हुए मिस्री जनता से अमरीकी और इस्राईली उत्पादन का बहिष्कार और बाॅयकाॅट करने की मांग की है।

रिपोर्ट के अनुसार, अलअज़हर विश्वविद्यालय के वकील और प्रोफ़ेसर डाक्टर अब्बास शूमान ने अपने फ़ेसबुक पेज पर लिखा कि बैतुल मुक़द्दस के विरुद्ध अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की भड़काऊ कार्यवाही के बाद न ही मुसलमानों और न ही ईसाईयों के लिए अच्छा है कि वे अमरीकी और ज़ायोनी सामानों की ख़रीदारी करें।

शूमान ने कहा कि यह फ़ैसला सभी मुस्लिम देशों को लेना चाहिए। उन्होंने जनता से अपील की है कि इस धोखे में न आएं कि ट्रम्प के फ़ैसले पर अभी अमल नहीं होगा क्योंकि यह यह बयान केवल इसलिए है कि जनता का ग़ुस्सा ठंडा हो जाए।

अलअज़हर विश्वविद्यालय के वकील और प्रोफ़ेसर डाक्टर अब्बास शूमान ने मस्जिदुल अज़हर में जुमे की नमाज़ के ख़ुत्बे में बल दिया था कि बैतुल मुक़द्दस ट्रम्प की व्यक्तिगत जागीर नहीं है जो उन्होंने ज़ायोनियों को दे दिया।

ज्ञात रहे कि अपने विवादित बयानों और कामों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले ट्रम्प ने गत बुधवार को घोषणा कर दी कि उन्होंने अमरीका का दूतावास तेल अबीब से बैतुल मुक़द्दस स्थानान्तरित करने आदेश दिया है। बैतुल मुक़द्दस नगर इस्राईल के अवैध क़ब्ज़े में फ़िलिस्तीनी इलाक़ों में से एक इलाक़ा है। (AK)
ParsToday

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