पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार जारी, 100 साल पुराने मंदिर में हमला, मुख्य द्वार, सीढ़ियां तोड़ीं

Update: 2021-03-29 13:09 GMT

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की इमरान सरकार भले ही हिंदुओं पर अत्याचार की बात को नकारती हो, लेकिन पाक में हिंदुओं और उनके देवी-देवताओं के साथ लगातार अत्याचार जारी है। जिस पर इमरान सरकार चुप्पी साधे रहती है। ताजा मामला पाक के रावलपिंडी का है, जहां स्थित हिंदुओं के 100 वर्षों से पुराने मंदिर में हमला किया गया, लेकिन इमरान सरकार पूरी तरह चुप है। यहां तक कि, यह हमला पुलिस की मिलीभगत से कराए जाने की बात सामने आ रही है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इवेक्यूइ ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) उत्तरी जोन के सुरक्षा अधिकारी सैयद रजा अब्बास जैदी ने रावलपिंडी के बन्नी थाने में शिकायत दी, जिसमें कहा गया कि, पिछले एक महीने से मंदिर के निर्माण और नवीनीकरण का काम चल रहा है। मंदिर के सामने कुछ अतिक्रमण किया गया था, जिसे 24 मार्च को हटा दिया गया। मंदिर में धार्मिक गतिविधियां शुरू नहीं हुई हैं और न ही वहां पूजा के लिये कोई मूर्ति रखी गई है।

इतना ही नहीं उन्होंने, मंदिर और उसकी पवित्रता को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले, अतिक्रमण करने वालों ने मंदिर के आसपास दुकानें और पटरियां बनाकर काफी लंबे समय से कब्जा कर रखा था। जिला प्रशासन ने पुलिस की मदद से हाल ही में सभी तरह का अतिक्रमण हटा दिया। मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने के बाद नवीनीकरण का काम शुरू हुआ था।

बताते चलें, शिकायत के अनुसार, शहर के पुराना किला क्षेत्र में 10 से 15 लोगों के समूह ने मंदिर पर हमला किया और ऊपरी मंजिल के मुख्य द्वार तथा एक अन्य दरवाजे के साथ-साथ सीढ़ियां भी तोड़ दीं। इस बीच मंदिर के प्रशासक ओम प्रकाश ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि, सूचना मिलते ही रावलपिंडी के पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और हालात काबू में किया। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रकाश ने कहा कि, पुलिस मंदिर के साथ-साथ उनके घर के बाहर भी तैनात है। हालांकि उन्होंने कहा कि मंदिर में होली का जश्न नहीं मनाया जाएगा।

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