राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिया उत्तर कोरिया को कड़ा संदेश, बोले-किसी भी तानाशाह...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने 12 दिवसीय एशियाई दौरे के दौरान अपने पहले पड़ाव के रूप में जापान पहुंच चुके हैं। यहां पहले से ही उनकी बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप मौजूद हैं। वह यहां पर शुक्रवार को ही पहुंच गई थीं।
योकोता\नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने 12 दिवसीय एशियाई दौरे के दौरान अपने पहले पड़ाव के रूप में जापान पहुंच चुके हैं। यहां पहले से ही उनकी बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप मौजूद हैं। वह यहां पर शुक्रवार को ही पहुंच गई थीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने टोक्यो के पश्चिम में योकोता एयर बेस पर सेवाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी तानाशाह, सरकार या देश को अमेरका को कम करके आंकना नहीं चाहिए। उन्होंने यहां पर उत्तर कोरिया के तानाशाह का नाम लिए बिना कहा कि यदि उन्हें कम करके आंका गया तो यह उनके लिए अच्छा नहीं होगा। हम अपने लोगों और उनकी आजादी और अमेरिकी झंडे की रक्षा के लिए कभी हार नहीं मानने वाले हैं, न ही इसमें हम कभी लड़खड़ाएंगे। ट्रंप ने उत्तर कोरिया के मद्देनजर इस बात की भी संभावना जताई है कि वह आने वाले दिनों में रूस के राष्ट्रपति से भी इस बाबत बात करेंगे। इसके अलावा भी उन्होंने कुछ और नेताओं से बात करने की उम्मीद जताई है।
Thank you for such a beautiful welcome Hawaii. My great honor to visit @PacificCommand upon arrival. Heading to Pearl Harbor w/ @FLOTUS now. pic.twitter.com/6gDME9cmnS
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 4, 2017
1992 के बाद कोई अमेरिकी राष्ट्रपति इतने दिनों के लिए एशियाई दौरे पर निकला है। ट्रंप से पहले पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने एशिया का 12 दिवसीय दौरा किया था। बहरहाल, उनके इस दौरे में उत्तर कोरिया और व्यापार दोनों ही एजेंडा शीर्ष पर है। जापान के बाद 7 अक्टूबर को ट्रंप दक्षिण कोरिया, 8 अक्टूबर को चीन, 10 अक्टूबर को वियतनाम और 12 अक्टूबर को फिलीपींस पहुंचेंगे। ट्रंप के साथ इस दौरे में कुछ बड़ी कंपनियों के सीईओ भी हिस्सा ले रहे हैं। 13 अक्टूबर को वह मनीला में आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। 14 अक्टूबर को वह ईस्ट एशिया समिट में भाग लेंगे। इसमें भारत समेत अमेरिका और रूस भी हिस्सा लेंगे।
ट्रंप की यात्रा में आने वाले सभी देशों पर गौर करें तो चीन, जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा बेहद खास है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जहां चीन और दक्षिण कोरिया की सीमा उत्तर कोरिया से लगती है वहीं जापान से उसकी समुद्री सीमा लगती है। पिछले कुछ वर्षों से जारी तनाव के बाद उत्तर कोरिया से सबसे बड़ा खतरा भी जापान और दक्षिण कोरिया को ही है। लिहाजा इन तीन देशों की यात्रा के दौरान ट्रंप जहां उत्तर कोरिया काे सीधे तौर पर चेतावनी देंगे, वहीं इन देशों को उनकी सुरक्षा के लिए आश्वस्त भी कर सकते हैं।
It was a true honor to be at Yokota Air Base with our GREAT @USForcesJapan! pic.twitter.com/KEXnIkkQks
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 5, 2017
मुमकिन है कि भविष्य में उत्तर कोरिया की तरफ से होने वाले मिसाइल परीक्षणों को लेकर भी ट्रंप की जापान और दक्षिण कोरिया के नेताओं से कुछ विशेष बातचीत हो। यह बातचीत यहां पर और मिसाइलों की तैनाती की भी हो सकती है और साथ ही साथ उत्तर कोरिया के परीक्षणों को रोकने के लिए भी हो सकती है।