इस्राईल के समाचार पत्र हारेट्ज़ अनुसार म्यांमार में पीड़ित रोहिंग्या मुसलमानों के नस्लीय नरसन्हार में इस्राईल की भी भूमिका है। ये बात मशहूर रही है की दुनिया में होने वाकई किसी भी बड़ी हिंसा में इसराइल का हाथ अवश्य होता है. रोहिंग्या मामले में इसराइल के शामिल होने का मामला सामने आने पर ये बात और पक्की हो जाती है.
हारेट्ज़ ने इस्राईली विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर याइरन ओरून के हवाले से लिखा है कि रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार में तेल-अवीव की भूमिका है। ओरून ने स्वीकार किया है कि पिछले कई दशकों से इस्राईल को म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के नस्लीय सफ़ाए की जानकारी थी और वह इस देश को हथियार और सैन्य उपकरण उपलब्धr कराता रहा।
प्रोफ़ेसर ओरून का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मापदंडो के आधार पर म्यांमार सरकार और सेना रोहिंग्या मुसमलानों का नस्लीय सफ़ाया कर रही है। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी युद्ध मंत्री एविगडोर लिबरमैन ख़ुद को रोहिंग्या मुसलमानों के नस्लीय सफ़ाए में निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।