हनी ट्रैप मामले में कमलनाथ की मंत्री का बयान, 'जब तक महिला की गलती नहीं होगी पुरुष गलती नहीं कर सकता है'
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि ‘गलती महिला की होती है दोषी पुरुषों को माना जाता है’
मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने हनी ट्रैप मामले में अटपटा बयान दिया है. इमरती ने कहा कि ऐसे मामलों में गलती महिला की होती है और पुरुष को दोषी माना जाता है.
इमरती देवी ने कहा, "महिलाओं की गलती होती है, पर पुरुष को दोषी माना जाता है. अगर महिला की गलती है तो महिला को दोषी माना जाना चाहिए. चाहे कितने भी पैसे वाले हों, गुंडे हों या मवाली क्यों न हो, जब तक महिला की गलती नहीं होगी, कोई पुरुष गलती नहीं कर सकता."
इसके बाद इमरती देवी ने कहा, "अगर ऐसे पुरुषों को फंसाया जाता है तो हम महिलाएं नहीं चाहतीं कि हम महिलाओं की तरफदारी करें. अगर महिला गलत है तो उसे गलत ठहराया जाना चाहिए. कोई महिला दोषी है तो उसे कोर्ट भी सजा दे."
क्या है हनी ट्रैप मामला?
एमपी पुलिस एटीएस और इंदौर सिटी क्राइम ब्रांच ने मिलकर 18 और 19 सितंबर की रात संयुक्त ऑपरेशन चलाया था. इस ऑपरेशन में पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया. जिनके पास से कई घंटों की वीडियो रिकॉर्डिंग बरामद हुई थी. इसके अलावा उनके पास से 14 लाख नकद और स्पाई कैमरे भी मिले. गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह सदस्यों को भोपाल और इंदौर से गिरफ्तार किया गया था.
बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कई इलाक़ों की पांच महिलाओं ने हनी ट्रैप रैकेट शुरू किया था. इस रैकेट का मुख्य उद्देश्य सीनीयर अफ़सरों और राजनेताओं को फंसाना था. इतना ही नहीं इस रैकेट ने कई राजनेताओं और अफ़सरों की सीडी बनाकर उनसे करोड़ों रुपये वसूले हैं.