कमलनाथ सरकार के खिलाफ विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक मुन्नालाल, जानिए- पूरा मामला?

गोयल का कहना है कि सूबे की कांग्रेस सरकार अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को भूल गई है, इसलिए उन वादों को याद दिलाने के लिए वह धरने पर बैठे।

Update: 2020-01-18 10:00 GMT

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल मध्य प्रदेश विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए। गोयल का कहना है कि सूबे की कांग्रेस सरकार अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को भूल गई है, इसलिए उन वादों को याद दिलाने के लिए वह धरने पर बैठे।

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में भूमिहीन किसानों को पट्टा देने का वादा किया था, लेकिन मेरे क्षेत्र में अभी तक किसी को पट्टा नहीं मिला है। पार्टी के वादों के भरोसे ही सरकार बनती है, हम भी उसी के भरोसे विधायक बनते हैं, जब वे वादे पूरे नहीं होते तो जनता हमसे सवाल पूछती है।' उन्होंने कहा कि सरकार को वचनपत्र में किए गए वादे याद दिलाने के लिए हम सांकेतिक धरने पर बैठे थे।



'बीजेपी सरकार का सर्वे निरस्त करें सीएम'

गोयल ने उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र के माध्यम से इस बारे में सूचना दे दी थी कि वह विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे। उन्होंने मांग की कि उनकी विधानसभा में रह रहे 1200 गरीब भूमिहीन परिवारों को पट्टा दिया जाए। साथ ही गोयल ने 2014 में बीजेपी सरकार के दौरान कराए गए सर्वे को निरस्त कर भूमिहीन किसानों को पट्टे देने के लिए फिर से सर्वे कराए जाने की भी मांग की।

 

Tags:    

Similar News