भगवान राम और हनुमान बीजेपी के कार्यकर्ता नहीं हैं:उमा भारती

मुगल शासन था, अंग्रेजों का शासन था, तब भी भगवान राम और हनुमान थे. अगर हम बीजेपी वालों ने ये सोच रखा है कि जब हमने आंखें खोली तब सूरज निकल आए तो फिर ये हमारे लिए विनाशकारी साबित होगा।

Update: 2022-12-30 15:45 GMT

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश की फायर ब्रांड नेता उमा भारती अक्सर शराब बंदी पर दिए बयान को लेकर चर्चाओं में रहती है. लेकिन अब उनके एक ट्वीट ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।

जानिए उमा भारती ने क्या कहा

उमा भारती ने कहा कि भगवान राम और हनुमान की भक्ति पर बीजेपी का कॉपीराइट नहीं है. भगवान राम और हनुमान बीजेपी के कार्यकर्ता नहीं हैं. उनके इस बयान की अब काफी चर्चा हो रही है।

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्विटर पर लिखा राम का नाम, हनुमान का नाम या हिंदू धर्म इन पर भाजपा का पेटेंट नही हैं. कोई भी व्यक्ति इन पर आस्था रखता है या रख सकता है. अंतर इतना है कि इन पर हमारी आस्था राजनीतिक लाभ हानि से परे होती है. आने वाले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो जायेगा।

जब बीजेपी का अस्तित्व नहीं था,फिर भी भगवान राम थे

उमा भारती ने कहा कि जब बीजेपी का अस्तित्व नहीं था. जब मुगल शासन था, अंग्रेजों का शासन था, तब भी भगवान राम और हनुमान थे. अगर हम बीजेपी वालों ने ये सोच रखा है कि जब हमने आंखें खोली तब सूरज निकल आए तो फिर ये हमारे लिए विनाशकारी साबित होगा.

प्रज्ञा ठाकुर का किया  समर्थन

वहीं उन्होंने शस्त्र रखने को लेकर प्रज्ञा ठाकुर का बिना नाम लिये कहा कि शस्त्र लाइसेंस सरकारें ही देती है. हिन्दूओं के सभी देवी-देवता भी शस्त्र धारण किए हुए हैं. शस्त्र नही हिंसक भाव बुरा है. शस्त्र धारी व्यक्ति अहिंसक और निःशस्त्र व्यक्ति भी हिंसक हो सकता है. हमारे मन में क्या है इससे हिंसा अहिंसा तय होती है।

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