गठबंधन के 35 साल बाद भाजपा-शिवसेना का 'तलाक'

Update: 2019-11-08 15:16 GMT

महाराष्ट्र मे सरकार गठन के लिए 50-50 फॉर्म्युले पर अड़ी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस उनसे मिलने आए थे, वो उनसे मिलने नहीं गए थे.

इससे ठीक पहले देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शिवसेना को कभी भी उन्होंने मुख्यमंत्री पद शेयर करने का विकल्प नहीं दिया था. फणनवीस ने कहा, "ढाई-ढाई साल के सीएम पद पर कोई निर्णय नहीं हुआ था. मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने भी सीएम पर 50-50 फॉर्म्युले पर किसी भी तरह के फैसले से इनकार किया."

फणनवीस के इन आरोपों का जवाब देते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'वे लोग मुझे महाराष्ट्र की जनता के सामने झूठा साबित करना चाहते हैं, ये स्वीकार नहीं होगा.' ठाकरे ने कहा कि बातचीत में बीजेपी ने मुझे डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर का ऑफ़र दिया था लेकिन मैंने उनसे सत्ता शेयर करने की बात कही थी.

"बाद में अमित शाह का फोन आया था, तो उन्होंने पूछा कि आप क्या चाहते हैं? उनसे मैंने कहा था कि मैं अपने पिता से किया वादा पूरा करना चाहता हूं, शिवसेना का मुख्यमंत्री होना चाहिए. गठबंधन में ढाई ढाई साल का मुख्यमंत्री होना चाहिए.

अमित शाह ने कहा कि हम रिश्ते को सुधारना चाहते हैं. मातोश्री में बैठक हुई थी, मुख्यमंत्री भी आए थे." उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस मित्र हैं और मित्र रहेंगे. लेकिन मैंने उनसे बात बंद कर दी थी क्योंकि वे लोग अपनी बात से पलट रहे थे.

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने शरद पवार के घर के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा है कि शिवसेना चाहे तो अपना मुख्यमंत्री बना सकती है. इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफ़ा राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सौंपा, जिसे राज्यपाल महोदय ने स्वीकार कर लिया है.

उधर दूसरी ओर शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने मुख्यमंत्री के प्रेस कांफ्रेंस के बाद कहा है कि ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री की बातचीत मातो श्री में हुई थी. मुख्यमंत्री सच नहीं बता रहे हैं. संजय राउत ने ये भी कहा कि वे अपनी पार्टी की ओर से कह रहे हैं कि शिवसेना चाहे तो अपना मुख्यमंत्री बना सकती है.

सरकार गठन नहीं

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 14 दिन बीत चुके हैं और अब तक वहां सरकार का गठन नहीं हुआ है. चुनाव परिणाम आने के बाद से बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्ते तल्ख रहे और बयानबाजी का दौर चलता रहा. 50-50 के फॉर्मूले और मुख्यमंत्री के पद को लेकर दोनों दल आमने सामने हैं और इस बीच अन्य दलों के साथ मुलाक़ातों का दौर भी चला. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. देवेंद्र फडणवीस ने ये भी साफ़ किया है कि उनकी पार्टी विधायकों के ख़रीद फ़रोख्त में शामिल नहीं है.

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