राज ठाकरे ने बदला MNS का झंडा और नारा, झंडा हुआ भगवा..मंच पर सावरकर की फोटो
इस दौरान उद्धव के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे को टक्कर देने के लिए राज ने अपने बेटे अमित को भी अधिवेशन में लॉन्च किया।
मुंबई : शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की जयंती के मौके पर गुरुवार को राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) का महाधिवेशन शुरू हुआ। राज ठाकरे ने इस दौरान न सिर्फ पार्टी का नया भगवा झंडा लॉन्च किया, बल्कि उनके तेवरों से ऐसा लग रहा था कि वह सावरकर और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को लेकर बैकफुट पर गई शिवसेना को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहे हैं। पूरे दिन चलने वाले इस महाधिवेशन में ठाकरे अपनी पत्नी शर्मिला और बेटे अमित ठाकरे के साथ पहुंचे। इस दौरान उद्धव के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे को टक्कर देने के लिए राज ने अपने बेटे अमित को भी अधिवेशन में लॉन्च किया।
Mumbai: Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief Raj Thackeray's son Amit Thackeray has been inducted into the party today. pic.twitter.com/79QQjCuull
— ANI (@ANI) January 23, 2020
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का नया झंडा पूरी तरह से भगवा रंग का है। खास बात यह है कि इस झंडे पर छत्रपति शिवाजी के समय की राजमुद्रा भी प्रदर्शित की गई है। आपको बता दें कि 6 जून 1674 का राजगढ़ में राज्याभिषेक के बाद शिवाजी ने खुद यह राजमुद्रा तैयार की थी। इस राजमुद्रा पर संस्कृत में लिखा था, 'प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते'। इसका अर्थ होता है- 'शाहजी के पुत्र शिवाजी की इस मुद्रा की महिमा उसी तरह से बढ़ेगी, जैसे पहले दिन (शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के बाद) से चांद बढ़ता है। यह दुनिया द्वारा पूजी जाएगी और यह केवल लोगों की भलाई के लिए चमकेगी।' गौरतलब है कि इससे पहले एमएनएस का झंडा नीला, सफेद, केसरिया और हरे रंग का होता था।
2019 के विधानसभा चुनाव में लगभग साफ हो चुकी एमएनएस ने अपने महाधिवेशन में मंच पर विनायक दामोदर सावरकर की फोटो लगाई। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि जिन मुद्दों को लेकर पहले शिवसेना की पहचान थी, कांग्रेस से गठबंधन के बाद जिन मामलों पर वह कमजोर पड़ती दिख रही है, उन्हीं मुद्दों को उठाकर एमएनएस फिर से खुद को खड़ा करने की कोशिश में लगी है। जानकारों का कहना है कि एमएनएस की कोशिश है कि शिवसेना से जुड़े कोर कार्यकर्ताओं को इन मुद्दों के सहारे अपने साथ लाया जाए। सावरकर के अलावा एमएनएस के मंच पर शिवाजी की मूर्ति, भीमराव आंबेडकर की तस्वीर के अलावा सावित्री बाई फुले की तस्वीर भी लगाई गई थी।
एमएनएस की ओर से महाअधिवेशन के लिए लगाए पोस्टर पूरी तरह से भगवा रंग में है, जिस पर नारा दिया गया 'महाराष्ट्र धर्म के बारे में सोचो, हिंदू स्वराज्य का निर्धारण करो।' पार्टी नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि भगवा पर किसी का कॉपीराइट नहीं है और पूरा महाराष्ट्र भगवा है। हम भगवा हैं. इस फैसले से महाराष्ट्र में नई ऊर्जा आएगी और महाराष्ट्र की राजनीति में नए मोड़ और विकल्प खुलेंगे।
पालघर में 7 जनवरी को जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव के पहले बीजेपी और एमएनएस के एक साथ आने की भी चर्चा भी जोरों पर है। माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां शिवसेना के खिलाफ एक साथ आकर लड़ेंगी। पीएम मोदी और राज ठाकरे के साथ की तस्वीरें पालघर में देखने को भी मिल रही हैं।